कोरोना के खौफ के चलते स्कूल जा रहे बच्चे

0- जिले कोरोना के फिलहाल 21 सक्रिय मामले
0- फिर तेजी से फैला तो कौन होगा जिम्मेदार?

राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। धीरे-धीरे कोविड कोराना फिर फैलता जा रहा है और इस बीच बीते 16 जून से बच्चे फिर से स्कूल जाने लगे हैं। हालांकि नये शिक्षण सत्र की शुरूआत से 12 और 14 और 15 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के विद्यार्थियों को कोरोना के टीके लगाये जा रहे हैं। इसी बीच 12 वर्ष से कम आयु वर्ग से बड़ी संख्या में बच्चे बचते हैं जिन्हें अभी कोविड टीकाकरण की सूची में शामिल ही नहीं किया जा सका है, उनको तो कोरोना संक्रमण के इस दौर में ज्यादा खतरा बना हुआ है। वे अबोध क्या जाने पर उनके माता-पिता या पालकों की चिंता कम नहीं हो रही है।
ज्ञातव्य है कि बीते वर्षों में कोविड 19 से अत्यधिक संक्रमण के दौरान संपूर्ण लाकडाउन लगा था फिर लॉकडाउन खुला तो भी शिथिलता के दौरान कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन कराया जाता रहा। अभी चौथी लहर की आशंकाओं के चलते खुद शासन प्रशासन के लोग ही कोरोना गाइड लाइन का पालन करते दिखाई नहीं देते तो भला ऐसे में उनकी लापरवाही शालेय विद्यार्थियों पर कहीं आफत का पहाड़ बनकर न टूट जाये।
‘‘जिले में आज तक की स्थिति में कोविड के 21 मामले हैं। इनमें से 2 साई हास्टल के हैं। लगभग सभी होम आइसोलेशन में हैं। 12 से 14 और 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। जिले में 17 फीसदी का हो गया है। दो मरीज मेडिकल कॉलेज हास्पीटल में भर्ती हैं।’’
डॉ. मिथलेश चौधरी
सीएमएचओ

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