मंदी की आहट और शेयर बाजार में गिरावट, अपने पैसों को कहां करें सुरक्षित तरीके से निवेश

भारतीय शेयर बाजार में कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन गिरावट देखने को मिली है. दरअसल, अमेरीकी बाजार भी गिरावट में रहे जिसके कारण भारतीय शेयर बाजार पर भी उसका असर दिखा और विदेशी निवेशकों ने जमकर बिकवाली की. जिसका नतीजा ये हुआ कि शुक्रवार 1 जुलाई 2022 को सेंसेक्स में 111 अंकों की गिरावट और निफ्टी में 28.20 अंकों की गिरावट आई.

कहां करें निवेश

वहीं पूरी दुनिया में मंदी की आहट है. कई कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी भी कर रही हैं. साथ ही शेयर बाजार में भी गिरावट देखने को मिली. ऐसे में निवेशकों के मन में भी ये सवाल है कि आखिर ऐसे वक्त में निवेश कहां किया जाए. तो आज हम आपको कुछ सुरक्षित निवेश के बारे में बताने जा रहे हैं.

बैंक सावधि जमा (एफडी)
बैंक FD को भारत में सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक माना जाता है क्योंकि FD पर किसी बैंक द्वारा डिफॉल्ट करने की शायद ही कोई घटना हो. बैंक एफडी नियमित बचत बैंक खाते की तुलना में बहुत अधिक ब्याज दर प्रदान करते हैं. 5 साल की टैक्स सेविंग FD में निवेश इनकम टैक्स एक्ट, 1961 की धारा 80C के तहत कवर होता है और इसमें निवेश करके निवेशक सालाना 1,50,000 रुपये तक की कटौती कर सकते हैं. बैंक जमा की मुख्य विशेषताएं हैं कि आपको समय के साथ सुनिश्चित रिटर्न मिलता है. जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त है और आंशिक निकासी और शेष राशि पर ऋण उपलब्ध है.

सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ)
पीपीएफ एक सरकार समर्थित निवेश योजना है. पीपीएफ निवेश में 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है. पीपीएफ को सबसे सुरक्षित निवेशों में से एक माना जाता है क्योंकि इस योजना के लिए सॉवरेन गारंटी देता है. बैंक एफडी की तरह, पीपीएफ नियमित बचत बैंक खाते की तुलना में बहुत अधिक ब्याज दर प्रदान करता है.

पीपीएफ की मुख्य विशेषताएं ये है कि यह लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों के लिए सबसे उपयुक्त है क्योंकि यह योजना 15 साल की विस्तारित लॉक-इन अवधि के साथ आती है. निवेश बाजारों से जुड़ा नहीं है और इसलिए समय के साथ सुनिश्चित रिटर्न प्रदान करता है. परिपक्वता पर आपके पास पूरे कोष को भुनाने या खाते को पांच साल के ब्लॉक में बढ़ाने का विकल्प होता है.

राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस)
एनपीएस एक और सरकार समर्थित सेवानिवृत्ति योजना है. इस योजना का प्रबंधन पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा किया जाता है. एनपीएस लिक्विड फंड, फिक्स्ड डिपॉजिट और कॉरपोरेट बॉन्ड जैसे विभिन्न निवेशों का एक संयोजन है. एनपीएस के तहत कई योजनाएं हैं, आप अपनी आवश्यकता के अनुसार चुन सकते हैं. विभिन्न फंडों में ब्याज की दर भी अलग-अलग हैं. एनपीएस की मुख्य विशेषताएं हैं कि यह योजना सभी क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों की सदस्यता के लिए खुली है. यह योजना आयकर अधिनियम, 1961 के प्रावधानों के तहत प्रति वर्ष 2 लाख रुपये तक की टैक्स छूट प्रदान करती है.

सोना
सोने में निवेश एक पारंपरिक निवेश है. भारतीयों को सोना खरीदना काफी पसंद होता है. सोने के आभूषण और सिक्के खरीदने के रूप में सोने में निवेश किया जाता है. भौतिक सोना रखने के अलावा, गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करके सोने में निवेश किया जा सकता है.

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