राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्तओं एवं सहायिकाओं ने आज महावीर चौक जीई रोड में एकत्र होकर धरना प्रदर्शन किया। शासन से अपनी मांगों को लेकर दोपहर को वे मीडिया से भी मुखातिब हुए। तत्पश्चात वे शहर में रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को मांग पत्र सौंपने की तैयारी में थे।
मांगें इस प्रकार
संगठन की पदाधिकारी द्वय गिरीश ठाकुर व संतोषी निर्मलकर ने समवेत तौर पर बताया कि संगठन की सहायिकाओं-कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मी घोषित किया जाये या फिर कलेक्टर दर पर पगार दी जाये। लिखित टेस्ट न लिया जाकर प्रमोशन देने का नियम बने। पूरे छत्तीसगढ़ में 50 दिन तक जो हड़ताल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं ने की थी उसका पेमेंट बाकी जिलों में कर दिये जाने के समाचार हैं लेकिन राजनांदगांव जिले में अटका कर रखा गया है उसे अविलंब दिया जाये। पदाधिकारी द्वय सहित और भी महिलाओं ने बताया कि उनसे छः से बढ़ाकर आठ और नौ घंटे भी काम करने पड़ रहे हैं। कई विधता-परिव्यक्ता बहनें आंगनबाड़ी में काम करके घर-परिवार थोड़े से ही मासिक मानदेय पर बड़ी मुश्किल से चला पा रहीं हैं। साढ़े तीन हजार ओर छः हजार महीना में घर का खर्चा चलाना बहुत मुश्किल होता है। दूसरी बड़ी बात यह कि आंगनबाड़ी में बच्चों के खाना पकाकर परोसकर देने स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सहयोग देने के अलावा कुपोषित बच्चों को उसके घर पहुंचकर खाना खिलाना होता है। प्रश्न उठाया गया कि कोई भी शासकीय अधिकारी इतने कम पारिश्रमिक पर इतनी अच्छी सेवायें भला दे सकते हैं क्या। उक्त आंदोलन के दौरान शांति, सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाये रखने पुलिस की अच्छी तैनाती देखी गई।