बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को विधानसभा को संबोधित किया. विश्वास मत पर चर्चा के बाद सदन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सिर्फ दिल्ली सरकार (केंद्र) की चर्चा होती है. सोशल मीडिया से लेकर टीवी तक उनका प्रचार है. हर जगह पर दिल्ली वालों का कब्जा है. नीतीश ने कहा कि हमें किसी ने नहीं, जनता ने मुख्यमंत्री बनाया है.
सीएम नीतीश ने और क्या कहा?
नीतीश कुमार ने कहा कि विश्वास प्रस्ताव पर काफी चर्चा हो गई, सबने अपनी बात रखी, हमको किसी पर ऐतराज नहीं. पहले चार पार्टी की सरकार थी, एक पार्टी को अपने में मिला लिया. हम तो काम करते रहते थे, तो क्या हो रहा था. हमारी आपको लेकर कोई शिकायत नहीं है, हम आप लोगों को कुछ नहीं कह रहे.
CM नीतीश कुमार ने संबोधन के दौरान पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल विवि बनाने की मांग की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए अरसीपी सिंह पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिसको हमने ऊपर बढ़ाया, उसको अपने में मिलाकर क्या किया गया. हमारी पार्टी के लोग बोलते है थे कि सब गड़बड़ हो गया. विधानसभा के चुनाव में क्या किया, डिप्टी सीएम समेत तमाम पुराने मंत्रियों को हटा दिया. आजकल प्रचार खाली दिल्ली वालों का होता रहता है. CM नीतीश कुमार ने आगे कहा कि जेडीयू को कोई मतलब नहीं था. सुशील मोदी, प्रेम कुमार, नंदकिशोर, राम नारायण मंडल समेत अन्य नेताओं को बीजेपी शीर्ष ने मंत्री नहीं बनाया.
नीतीश कुमार ने कहा कि हम एकसाथ आ गए हैं. हम सब का संकल्प है कि हम मिलकर काम करेंगे. देश के विभिन्न दलों ने हमारे निर्णय की तारीफ की है. नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में आगे कहा कि मेरे चलते अल्पसंख्यक ने बीजेपी को वोट दिया. आज क्या बोल रहे हैं. आजादी की लड़ाई में बीजेपी कहां थी. उन्होंने कहा कि अब आजादी लड़ाई के बाद की स्थिति को फिर से पैदा करिए. बापू की बात को फैलाने के लिए हम काम कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी उन्हें खत्म करना चाहती है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग टकराव पैदा करना चाहते हैं, इसको हम नहीं होने देंगे. हम सब लोगों से आग्रह करेंगे, अभी ये लोग भाग गए, अगर रहते, तो बताते. आगे कभी मौका मिलेगा. हमको व्यक्तिगत कोई इच्छा नहीं, हमारी एक ही इच्छा है, सब लोग मिलकर आगे बढ़ें.