राजनांदगांव (दैनिक पहुना) आज छग कर्मचारीए अधिकारी फेडरेशन राजनांदगांव जिला ईकाई अपने प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा एवं प्रांतीय सचिव राजेश चटर्जी के आव्हान पर जिला संयोजक डॉण् केएल टाण्डेकर एवं महासचिव सतीश ब्यौहरे के नेतृत्व में राजनांदगांव जिले में शासकीय सेवकगण अपनी डीए और गृहभाड़ा भत्ते की लंबित मांगों के समर्थन में प्रांतव्यापी अनिश्चित कालीन हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन के माध्यम से आंदोलनरत् हुए। कलम बंद.काम बंद के नारे के साथ अपनी मांगों को लेकर यह आंदोलन 25 अगस्त को प्रातः लगभग 11 बजे से शाम 4 बजे तक धरनास्थल कलेक्ट्रेट एटीएम के सामने फ्लाई ओव्हर के नीचे संपन्न हुआ, जिसमें विभिन्न विभागों के शासकीय सेवकगण एकत्रित होकर अपनी लंबित मांगों के लिये जोरशोर से एकजुट होकर नारेबाजी करते एवं राज्य शासन के कर्मचारियों को केन्द्र शासन के समान देय तिथि अनुसार 34 प्रतिशत डीए एवं बकाया एरियर्स राशि सहित सॉतवे वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता की मांग करते हुए वृहद स्तर पर हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन करते दिखाई दिये।
सभा को संबोधित करते हुए डाण् केएल टांडेकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार हमारी 2 सूत्रीय मांगों को सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए शीघ्र पूरा करें, वरना यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा। अपनी जायज मांगों को सरकार से लेकर ही रहेंगेए चाहे उसके लिए कितना भी संघर्ष करना पड़े। भूपेंद्र कांडे जिला अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजस्व संघ ने कहा कि सरकार हमें देय तिथि से डीए एवं सातवें वेतनमान पर गृह भाड़ा भत्ता नहीं दे रहे हैंए उससे शासकीय सेवकों को कितना नुकसान हो रहा हैए विस्तार से बताया। महेश्वर प्रसाद साहू ब्लाक अध्यक्ष शिक्षक संघ ने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता को छोड़ कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करें। सीएल चंद्रवंशी जिला अध्यक्ष अजाक्स ने कहा कि सरकार हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार करें जब सभी वर्गों को कुछ ना कुछ दिया जा रहा है, तो हमें भी हमारी 2 सूत्रीय मांगों को अति शीघ्र पूरा करें। श्रीमती अभिशिक्ता फंदियाल शिक्षिका ने कहा कि हमारे साथी बेवजह हड़ताल में नहीं जाना चाहते, लेकिन सरकार हमें मजबूर कर रही है। महिलाएं भी अपने परिवार को अपने कामों को छोड़कर अनिश्चित कालीन हड़ताल में शामिल है, तो सरकार हमारी भावनाओं को भी ध्यान में रखते हुए तत्काल हमारी मांगों को पूरा करें। भगवती गंभीर ने बांसुरी के माध्यम से कर चले हम जिले के कई अधिकारीगण भी कार्यालयों में अपनी सीट पर अनुपस्थित रहकर आज के इस आंदोलन को मौन समर्थन देते दिखे। शासकीय सेवकों की केन्द्र शासन के समान देय तिथि से डीए एवं सॉतवे वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ते की मांगों को पूरा करने के राजनांदगांव जिला ईकाई के इस आंदोलन में मुख्य रूप से विभिन्न संगठनों एवं संघों के अध्यक्षगण पदाधिकारीगण सदस्यगण सैकड़ों की तादाद में उपस्थित रहे।
जिनमें में मुख्य रूप से प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघए छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ छग अजाक्स संघ, छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन, छग लघुवेतन चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ, छग वाहन चालक कर्मचारी संघ, छग स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ, छग राजस्व पटवारी संघ, छग ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ, छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन, छग राज्य पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ संघ, कर्मचारी कल्याण संघ ;क्षेत्रीय परिषद छग प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, छग वन कर्मचारी संघ, छग लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ, छग डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोशियेश, छग प्रदेश शिक्षक संघ, छग हायक पशु चिकित्सा अधिकारी संघ, छग राजस्व निरीक्षक संघए छत्तीसगढ़ न्यायिक कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य संयोजक संघ, छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघए छत्तीसगढ़ शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ, छत्तीसगढ़ महिला बाल विकास विभाग पर्यवेक्षक संघ, छत्तीसगढ़ न्यायिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघए छग आरएमए एसोशिएसनए महाविद्यालय प्राध्यापक संघए छत्तीसगढ़ निगम मंडल कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ पेंशनर्स एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ छात्रावास अधीक्षक कल्याण संघए सहायक विकास विस्तार अधिकारी संघ, छग प्रदेश सचिव संघ के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
फेडरेशन के पदाधिकारियों में मुख्य रूप से जिला संरक्षकद्वय राजेश मालवे एवं एसके ओझा, जिला संयोजक डॉण् केएल टाण्डेकर, प्रांतीय उपाध्यक्ष मनीष मिश्रा, जिला महासचिव सतीश ब्यौहरेए प्रमुख रहे। आंदोलन के विषय में जिला संयोजक डॉण् केएल टाण्डेकर एवं जिला महासचिव सतीश ब्यौहरे ने यह भी बताया कि राज्य के कर्मचारी.अधिकारी, शासन के उपेक्षापूर्ण रवैये से क्षुब्ध एवं व्यथित होकरए इसके विरोध में आज प्रदेश के सभी जिला एवं ब्लाक मुख्यालयों में अनिश्चितकालीन हड़ताल के माध्यम से आंदोलन कर रहे हैं और इस आंदोलन को राज्य सेवा के विभिन्न 101 से अधिक कर्मचारी एवं अधिकारी संगठनों का समर्थन प्राप्त है जो राज्य शासन से अपनी मांगो को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिये कमर कस चुके हैं। यदि शासन छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की लंबित मांगों पर शीघ्र कोई समाधान कारक ठोस निर्णय नहीं लेती है तो यह हड़ताल और उग्र होगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य शासन की होगी। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री पीआर झाड़े ने किया।