अतिवृष्टि से जिले में सैकड़ों एकड़ की फसलें बर्बाद; मुआवजे के इंतजार में डेढ़ हजार किसान

राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। विगत 1 जून से सत्रह अगस्त तक की अवधि में जिले में कई बार अतिवृष्टि हुई जिससे सैकड़ों एकड़ की धान व सब्जी की फसलों की क्षति हई है। कलेक्टोरेट से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में अल्पवृष्टि से कोई फसल क्षति नही हुई है, अपितु जितनी भी फसलों का नुकसान हुआ है वह सब ज्यादा पानी बरसने से अत्यधिक जलभराव या बाढ़ के हालात बनने के कारण हुआ।

सर्वाधिक सब्जी डोंगरगांव में व सर्वाधिक धान की क्षति नांदगांव में
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार फसल क्षति की बात करे तो जिले में सबसे अधिक सब्जी की फसल 2.339 हेक्टेयर जो बारह किसानों के है, डोंगरगांव तहसील में बर्बाद हुई है। डोंगरगांव तहसील में 8.187 हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई सब्जी की फसल में से उक्त क्षति का आंकलन हुआ है। इसके अलावा डोंगरगांव तहसील में ही 54.102 हेक्टेयर में बोई गई धान की फसल में से 259 किसानों की 10.556 हक्टेयर की फसल का भी नुकसान हुआ है। धान की सर्वाधिक फसल क्षति राजनांदगांव तहसील में हुई है। राजनांदगांव तहसील में बोई गई 1011.620 हेक्टेयर में से 1207 किसानों की 980 हेक्टेयर फसल चौपट हुई है। अंबागढ़ चौकी तहसील में 93.401 हेक्टेयर में बोई गई धान की फसल में से 26.709 हेक्टैयर की फसल नष्ट हो गई है, जो 104 किसानों के है। छुरिया में 3.404 हेक्टेयर में बोई गई 8 किसानों की धान की फसल पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है। इसी तरह छुईखदान में 2.462 हेक्टेयर में बोई गई 14 किसानों की फसल में से 1.821 हेक्टेयर की फसल तबाह हो गई है। इस बर्बादी के बाद किसानों को मुआवजे के लिए शासन का मुंह ताकना पड़ रहा है।

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