आपको भी सुबह उठते ही होता है भयानक सिर दर्द? कारण के साथ जानें बचाव के तरीके..

 

Morning headache: 7-8 घंटे की नींद लेने के बाद जब सुबह नींद खुलती है तो काफी फ्रेश लगता है. ऐसा लगता है मानो सारी थकान उतर गई हो. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें सुबह उठते ही सिरदर्द होने लगता है. सुबह उठते ही होने वाला सिरदर्द दिन भर थकान महसूस करा सकता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि सुबह उठते ही सिरदर्द होने के कई कारण हो सकते हैं. अगर आपको भी सुबह उठते ही सिरदर्द होता है और आप उससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो उसका कारण जानना बेहद जरूरी हो जाता है. तो आइए सुबह उठते ही होने वाले सिरदर्द के कारणों के बारे में भी जान लीजिए.

सुबह सिरदर्द के कारण 

एक्सपर्ट बताते हैं सुबह के सिरदर्द आम हैं और कई कारणों से हो सकते हैं. अगर कोई डिहाइड्रेट है तो उसे सिरदर्द की समस्या हो सकती है. इसके साथ ही बहुत अधिक शराब का सेवन करना या लंबे समय तक धूप में रहने से भी अगले दिन सुबह उठकर सिरदर्द की समस्या हो सकती है. तनाव और बीमारियां भी आपके सिर दर्द को तेज कर सकती हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है, यह केवलडिहाइड्रेशन के कारण होता है.

सिरदर्द के लक्षण क्या हैं? (What are headache symptoms)

कई लोगों को अलग-अलग तरीके से सिरदर्द हो सकता है. जैसे माइग्रेन सिरदर्द को अक्सर तेज दर्द के रूप में जाना जाता है. क्लस्टर सिरदर्द में आंख के चारों ओर एवं सिर में तेज दर्द होता है. वहीं आमतौर पर संक्रमण या बीमारी के कारण होने वाला साइनस सिरदर्द आमतौर पर नाक, आंख या माथे के आसपास होता है.

किस प्रकार का सिरदर्द होता है?

कुल मिलाकर लगभग 300 प्रकार के सिरदर्द होते हैं. सुबह का सिरदर्द आमतौर पर सुबह 4 से 9 बजे के बीच शुरू होता है और उससे पीड़ित व्यक्ति की नींद नहीं लगती. यह सिरदर्द क्लस्टर दर्द भी हो सकता है या माइग्रेन दर्द भी. रिसर्च में पाया गया है कि ज्यादातर लोग जिन्हें सुबह सिरदर्द होता है, उन्हें नींद की बीमारी होती है.

सिरदर्द क्यों होता है? 

एक्सपर्ट बताते हैं कि जिन लोगों को सुबह उठते ही सिरदर्द होने लगता है उसके कई कारण हो सकते हैं. जैसे:

शिफ्ट में काम करने के कारण (Shift work)

रिसर्च में पाया गया है कि सुबह के समय सिरदर्द, सर्केडियन रिदम डिसऑर्डर के कारण भी हो सकता है. यह तब होता है जब शरीर की नेचुरल “बॉडी क्लॉक” बंद हो जाती है जैसे ऑफिर की शिफ्ट बदलने के कारण लोग सोने के समय पर जागने लगते हैं और जागने के समय पर सोने लगते हैं. कि जब आप नेचुरल क्लॉक के विपरीत सोते हैं तो नींद अच्छी नहीं आती और जागने पर सिरदर्द होने लगता है.

नींद संबंधी डिसऑर्डर

अगर किसी को नींद से संबंधित डिसऑर्डर हैं तो भी सुबह के समय सिरदर्द हो सकता है. इसका कारण है कि मस्तिष्क का वह हिस्सा जो  नींद को कंट्रोल करता  है वही दर्द को भी कंट्रोल करता है. अब अगर उस हिस्सा में डिस्टर्बेंस होगा तो जाहिर सी बात है सुबह के समय सिरदर्द होगा.

नींद की अन्य समस्याएं जैसे नार्कोलेप्सी, नींद में चलना, गलत तकिए के साथ सोना और नींद के समय में अचानक बदलाव जैसे कि अधिक सोना या नींद न आना, सिरदर्द में योगदान दे सकते हैं।

स्लीप एपनिया 

सुबह का सिरदर्द भी स्लीप एपनिया की स्थिति का एक प्रमुख चेतावनी संकेत है, जिसके बारे में बहुत से लोगों को अहसास नहीं होता है. यह वो स्थिति होती है जिसमें रात में सांस लेने के दौरान वायुमार्ग सिकुड़ जाता है और अस्थाई रूप से सांस लेना बंद हो जाती है. इससे अगले दिन सिरदर्द और थकान तो होती ही है, साथ ही साथ रात में खर्राटे भी आते हैं.

मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं 

डिप्रेशन और एंग्जाइटी भी सुबह के सिरदर्द के प्रमुख कारण हैं क्योंकि वे अनिद्रा से जुड़े हुए हैं. इसके अलावा एस्पिरिन सहित दवाएं, दर्द वाली दवाएं और कैफीन भी सिरदर्द और माइग्रेन का कारण बनते हैं.हैरानी की बात है कि सिरदर्द भी शराब के कारण होता है. आमतौर पर सिरदर्द पानी पीने, दर्द निवारक दवा लेने और नींद लेने से दूर हो जाता है लेकिन कई मामलों में सिरदर्द अधिक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का संकेत हो सकता है. यदि आपको रोजाना सिरदर्द हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करें.

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