रायपुर। राजीव भवन में चल रही PCC डेलीगेट्स की बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद सीएम भूपेश बघेल ने बताया राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा गया है. साथ ही पीसीसी चीफ का नाम आलाकमान द्वारा तय करने का प्रस्ताव किया गया है. इस बैठक में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, मंत्री टीएस सिंहदेव, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम सहित कई नेता शामिल हुए.
डेलीगेट्स में कई कांग्रेसियों का पत्ता साफ, बढ़ेगा असंतोष
छत्तीसगढ़ में भारी भरकम बहुमत से सत्ता में बैठे हैं कांग्रेसी, इस वजह से हर कोई सत्ता नहीं तो कम से कम संगठन से तो जुड़े रहना ही चाहते हैं। यही वजह है की जो कांग्रेसी संगठन से बाहर कर दिए गए हैं, वे उछल कूद तो मचाएंगे ही। एक कांग्रेसी ने कहा की बाप दादाओं ने कांग्रेस के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया अब जब पद देने की बारी आई तो नए नवेले और पैसे वालो को तवज्जो दी गई। कई वरिष्ठ कांग्रेसी नई कार्यकारिणी से खफा हैं साथ ही यह भी कह रहे हैं की ये सब लेनदेन कर नियुक्ति दी गई है। एक कांग्रेसी ने तो यहाँ तक कहा की सभी पदाधिकारियों से दो दो लाख लेकर पद दिया गया है। जिसे लेकर प्रदेश कांग्रेस में सदस्यों के गठन के बाद कांग्रेस के भीतर घमासान मच गया है। टीम में पैसावाद और परिवारवाद को तवज्जो दिए जाने और कई पुराने कांग्रेसियों के पत्ते कटने के बाद पार्टी के भीतर असंतोष फैल गया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने लगभग 310 सदस्यों को नियुक्त किया है। कांग्रेस प्रदेश में सदस्यों की नई नियुक्ति को लेकर आरोप प्रत्यारोप के साथ ही कांग्रेस के भीतर घमासान मच गया है। टीम में पूंजीवाद और परिवारवाद को तवज्जो दिए जाने और कई पुराने कांग्रेसियों के पत्ते कटने के बाद पार्टी के भीतर असंतोष फैल गया है। एक कांग्रेस विधायक की माने तो संगठन में तालमेल बिठाने के लिए सदस्यों की नई नियुक्ति सोच समझकर कर की जानी थी। जो कि मौजूदा वक्त में नजर नहीं आती है। कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी फिलहाल रायपुर में बैठक ले रहे है और पिछले विधान सभा चुनाव में जिन विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस कमजोर रही है उन विधानसभा क्षेत्रों में फोकस करने के लिए मंथन भी चल रहा है। एक पूर्व संगठन मंत्री ने कहा की लेनदेन की बात तो मैंने भी सुना है लेकिन इसकी पुख्ता जानकारी और कोई प्रमाण मेरे पास नहीं है। इसलिए इस सम्बन्ध में कुछ बोलना ठीक नहीं है। बड़े बड़े नेता छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हैं उनको भी कुछ न कुछ जानकारी तो होगी ही।
टिकट के समय करेंगे समीक्षा :
विधायकों के कामकाज की समीक्षा को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में पुनिया ने कहा कि सभी से चर्चा होती रहती है। जनता की तरफ से बताई जाने वाली कमियों से भी उन्हें अवगत कराया जाता है। वो अपना सुधार कर रहे हैं। अभी तो काफी समय है जब टिकट देने का समय आएगा तब समीक्षा की जाएगी।