Chandigarh University Viral Video: मोहाली की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी हॉस्टल में लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो बनाने के मामले में पुलिस ने शिमला से उस लड़के को गिरफ्तार कर लिया है जिसको आरोपी लड़की वीडियो भेजती थी. साथ ही पुलिस ने शिमला से ही एक और लड़के को गिरफ्तार किया है.लेकिन इस मामले में पुलिस की जांच पर भी सवाल उठ रहे हैं. यूनिवर्सिटी के छात्रों का आरोप है कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है.आरोप है कि पुलिस पीड़ित लड़कियों को किसी से मिलने नहीं दे रही है. हद तो तब हो गई जब मोहाली के एसपी ने यहां तक कह दिया कि छात्र मज़े के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं और लड़कियां कमजोर होती हैं.
मोहाली एसपी का विवादित बयान
मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र पीड़ित छात्राओं के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं. इतने गंभीर मुद्दे पर अपने साथियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़े हैं. लेकिन मोहाली के एसपी ग्रामीण नवरीत विर्क ने छात्राओं के प्रदर्शन को मज़ाक करार दिया. एसपी के मुताबिक छात्र एनजॉयमेंट के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने अपने बयान में कहा, “कोई बात जिसका मेरे पास जवाब न तो मुझे बताओ तो ये लोग बात नहीं करते आगे निकल जाते हैं. जो बातें ये बोल रहे हैं, उसका इनके पास कोई सबूत नहीं है. ये जो बोल रहे हैं कि ऊपर से लड़कियों को नहीं आने दे रहे हैं वो सब बेबुनियादी बातें हैं. मुझे तो लगता है कि ये लोग प्रदर्शन को एन्जॉय कर रहे हैं.”
छात्रों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
एसपी के इसी बयान से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि छात्रों की मांगों को लेकर पुलिस कितनी गंभीर होगी. दूसरी ओर, छात्रों को पुलिस की बातों और भरोसे पर यकीन नहीं है. छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे. छात्राओं का गंभीर आरोप है कि पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है. छात्रों का आरोप है कि पीड़ित लड़कियों को मीडिया के सामने आकर बयान देने नहीं दिया जा रहा है. उन्हें नजरबंद करके रखा गया है. लेकिन चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि किसी भी छात्र पर कोई दबाव नहीं है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स वेलफेयर डायरेक्टर अरविंदर कांग ने कहा, हम किसी भी बच्चे पर प्रेशर नहीं बना रहे हैं. हमने इसलिए सबको इनवाइट किया है ताकि आप आकर बच्चों से बात करें.
पुलिस बोली- किसी ने नहीं की आत्महत्या
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में बाथरूम में 60 लड़कियों के वीडियो बनाने के आरोप का मामला सुलझने की बजाय उलझता ही जा रहा है. पुलिस का दावा है कि यूनिवर्सिटी की किसी भी छात्रा ने आत्महत्या की कोशिश नहीं की है. पुलिस इसे प्रदर्शन के दौरान गर्मी की वजह से छात्राओं के बेहोश होने की मामूली घटना बता रही है. लेकिन यूनिवर्सिटी के छात्रों का आरोप है कि पीड़ित छात्राओं पर दबाव डालकर बयान बदलवाया गया है.
‘फोन से बस लड़की का वीडियो मिला’
यही नहीं पुलिस तो इस बात से भी इनकार कर रही है कि आरोपी लड़की ने अपने अलावा किसी और का वीडियो बनाया है. पुलिस के मुताबिक मोबाइल फोन से आरोपी लड़की के अलावा किसी का वीडियो नहीं मिला है. पुलिस का ये बयान आरोपी लड़की के कबूलनामे और उसकी वार्डन से हुई बातचीत से ठीक उलट है. आरोपी से पूछताछ में वार्डन ने माना है कि छात्राओं के वीडियो बनाए गए हैं तो वहीं पुलिस का कहना है कि लड़की ने सिर्फ 4 वीडियो बनाए हैं वो भी अपने. इस मामले में अब तक तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं.
अब तक तीन गिरफ्तार
पहली गिरफ्तारी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की आरोपी छात्रा की हुई है. दूसरी गिरफ्तारी शिमला के रोहड़ से 23 साल के सनी मेहता की हुई है, जो एक बेकरी में काम करता है. आरोपी छात्रा भी शिमला के रोहड़ की रहने वाली है. तीसरी गिरफ्तारी, शिमला में ढली से 31 साल के रंकज वर्मा की हुई है. वह टूअर एंड ट्रैवल एजेंसी में काम करता है.
चैट भी आई सामने
सोशल मीडिया पर जिस लड़के तस्वीर वायरल हो रही है वो दरअसल रंकज वर्मा है. इस बीच आरोपी लड़की और उसके दोस्त की चैट भी सामने आई है. इस चैट में वीडियो भेजे जाने का ज़िक्र किया गया है. शिमला से गिरफ्तार आरोपियों को पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया है. फिलहाल पुलिस आरोपी छात्रा के मोबाइल समेत सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच कर रही है. इस घटना पर विवाद बढ़ने से कई छात्र कैंपस छोड़कर घर जा रहे हैं. वह वीडियो लीक होने के बाद काफी गुस्से में हैं.