लंदन: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम विदाई समारोह में शामिल होने के लिए ब्रिटेन में हैं. वह 17 सितंबर को ब्रिटेन पहुंच गई थीं और 19 सितंबर को महारानी की अंत्येष्टि समारोह में शामिल होंगी. दिवंगत रानी के ताबूत को लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा गया है. इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने दिवंगत महारानी के अंतिम दर्शन किए और भारत की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने एलिजाबेथ द्वितीय की शोक पुस्तिका में भी संदेश लिखा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिवंगत महारानी एलिजाबेथ की राजकीय अंत्येष्टि से पहले 18 सितंबर को बकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात की.
ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की 14 किलोमीटर लंबी कतार लगी थी. ये लोग महारानी को अंतिम विदाई देने के लिए कई घंटों से कतार में लगे. बारिश के बावजूद लोग कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.यह कतार वेस्टमिंस्टर हॉल से शुरू होती है, जहां महारानी के पार्थिव शरीर को गया है और वेस्टमिंस्टर हॉल से होते हुए थेम्स नदी के दक्षिणी किनारे तक है. इस कतार को द क्यू (The Queue) कहा जा रहा है, जो बीते बुधवार से लगनी शुरू हुई थी. इससे पहले इंग्लैंड की फुटबॉल टीम के पूर्व कैप्टन डेविड बैकहम ने भी 12 घंटे इस कतार में खड़े होकर महारानी की अंतिम दर्शन किए थे.
कतार में लगी जनता को मैनेज करने के लिए कुछ लोगों को तैनात किया गया है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इन लोगों को कुछ दिनों का रोजगार दिया गया है. इनका काम भीड़ को नियंत्रित करना है ताकि किसी तरह की आपाधापी नहीं हो.
इससे पहले लंदन के एक चर्च में दिवंगत महारानी की याद में रविवार को एक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. ब्रिटेन में दिवंगत महारानी को श्रद्धांजलि देने और उनकी अंतिम विदाई को लेकर तैयारियों जोरों पर है. महारानी की शोक यात्रा जिन रास्तों से होकर गुजरेगी, वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
बता दें कि ब्रिटेन पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 96 साल की उम्र में आठ सितंबर को निधन हो गया था. 19 सितंबर को ब्रिटेन के विंडसर कैसल के किंग जॉर्ज षष्ठम चैपल में उन्हें दफनाया जाएगा. उनके पति प्रिंस फिलिप को भी यहीं पर दफनाया गया है. प्रिंस फिलिप का पिछले साल अप्रैल में निधन हो गया था.