शेयर मार्केट में ब्लैक फ्राइडे! 1100 अंक नीचे गया सेंसेक्स

 

नई दिल्ली. आज शुक्रवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए ब्लैक फ्राइडे साबित हुआ. आज सेंसेक्स ने 1100 अंकों से अधिक का गोता लगाया, हालांकि क्लोजिंग पर बाजार में थोड़ी रिकवरी देखने को मिली. बैंकिंग सेक्टर के शेयरों की आज जबरदस्त पिटाई हुई और निफ्टी का बैंक इंडेक्स 2.67 फीसदी गिरावट के साथ बंद हुआ.

BSE सेंसेक्स 1020.80 अंक यानी 1.73 फीसदी गिरकर 58098.92 पर बंद हुआ. निफ्टी 50 में 302.50 अंकों अथवा 1.72 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 17327.30 पर बंद हुआ. निफ्टी बैंक 1084.30 अंक (2.67 फीसदी) गिरकर 39546.30 पर बंद हुआ. निफ्टी बैंक एक बार फिर 40 हजार के महत्वपूर्ण स्तर के नीचे बंद हुआ है.

अलग-अलग इंडेक्सों की बात करें तो सबसे अधिक पिटाई बैंकिंग सेक्टर की हुई है. पब्लिक सेक्टर बैंक सबसे ज्यादा गिरे. PSU बैंकों में 3.97 फीसदी की गिरावट आई. प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 2.67 फीसदी की गिरावट देखी गई. इसके बाद फाइनेंस सर्विसेस (2.48 फीसदी), रियलिटी (2.96 फीसदी), और एनर्जी (2.66 फीसदी) गिरे. मिडकैप और स्मालकैप भी इस गिरावट से अछूते नहीं रहे.

कौन-से कारण है इस गिरावट के पीछे
आज की इतनी बड़ी गिरावट के पीछे कुछ अहम कारण है. पहला कारण है अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में की गई बड़ी वृद्धि. इसके बाद से ही दुनियाभर के बाजारों में गिरावट है. दूसरा कारण भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में संभावित बढ़ोतरी है. ज्यादातर एक्सपर्ट मान रहे हैं कि RBI इस बार 0.50 फीसदी की वृद्धि कर सकता है.

एक अहम कारण यह भी माना जा रहा है कि 40 महीनों में पहली बार बैंकिंग प्रणाली की लिक्विडिटी घाटे में चली गई है. लिक्विडिटी को सुचारू करने के लिए, आरबीआई ने गुरुवार को 50,000 करोड़ रुपये की वेरिएबल रेट रेपो (वीआरआर) की नीलामी की है.

उपरोक्त कारणों के अलावा, जून तिमाही के जीडीपी के आंकड़ों से पता चलता है कि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था एक साल पहले की तुलना में धीमी गति से बढ़ी है. इसके बाद कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत के आर्थिक विकास के लिए अपने पूर्वानुमानों को संशोधित करके कम किया है.

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