एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने प्रेस कान्फेंस में बताई पूरी बात
राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। स्थानीय बसंतपुर थानांतर्गत मोहारा शिवनाथ नदी में मिली युवक की लाश की पहचान आदित्य सौदागर उर्फ गोविंदा के रूप में हुई थी। उसके पोष्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने उसे पहले गोली मारे होने की पुष्टि की तोे पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर व हथियार जब्त करने में आरोपियों को पकड़़ने बहुत जल्द सफलता मिल गईं। जिला पुलिस अधीक्षक ने घटना के संबंध में सारी बातों का खुलासा आज दोपहर पत्रकार वार्ता में किया हैं।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है। 24 सितंबर को मुखबीर व मोहारा के ग्रामीणों से सूचना मिली कि एक अज्ञात युवक 20-22 वर्ष का शव मोहारा शिवनाथ नदी में पड़ा है। सूचना पर तत्काल थाना बसंतपुर का पुलिस स्टाफ मौके पर पहुंचकर शव को बाहर निकालते ही माथा एवं सिर के पीछे भाग में चोंट होना एवं मृतक के बांये पैर का जूता घिसा होना पाया। पैर के 4 अंगुली के नाखून पूरी तरह से घिसकर निकल गये थे जिससे मृतक की हत्या कर अन्य जगह से लाकर पानी में फेंकना प्रतीत हो रहा था। थाना प्रभारी बसंतपुर सी आर चन्द्रा द्वारा तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा एवं नगर पुलिस अधीक्षक गौरव राय के पर्यवेक्षण में ओ.पी चिखली एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित कर मामले का खुलासा जल्द से जल्द करने हेतु निर्देशित किया। शव की शिनाख्त आदित्य सौदागर उर्फ गोविन्दा निवासी दिवानटोला मोतीपुर राजनांदगांव के रूप में हुआ जिसे तत्काल मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल पेंड्री में रख गया,जहां पर मृतक के परिजन दीपक सौदागर ने बिना नम्बरी मर्ग एन्टीमेशन दर्ज कराया तथा शव के पंचनामा पश्चात डॉक्टर दत्ता सोरते द्वारा पी.एम. किया गया एवं हत्या की आश्ंाका जाहिर किये कि तत्काल पुलिस टीम द्वारा शव को कहां से लाया गया, जांच पड़ताल शुरू की जिसमें वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहायता से पता लगाया गया कि मृतक को घटना दिनांक को आरोपी के साथ बाईक में धूमते देखा गया। मुखबीर द्वारा जानकारी दी गई कि रमेश उर्फ पिन्टू खपट्टा एवं जावेद खान द्वारा स्कूटी में उसके शव को फेकनें गये थे । जिस आधार पर आरोपियों के जाकर पता किये जो नहीं मिले। इससे संदेह और गहरा हो गया फिर आरोपियों की लगातार पतासाजी की गई संदेह के आधार पर घटना के अन्य आरोपी युवराज उर्फ दीप सिंह राजपूत को भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जो गोलमोल जवाब देने लगा। अन्तः मुख्य आरोपी रमेश उर्फ पिन्टू खपट्टा एवं जावेद खान को पकड़ गया। उनसे अलग अलग पूछताछ करने पर घटना का पर्दाफास हो गया आरोपीगण एवं अपचारी बालक ने अपने अपने कबूलनामा में बताया कि मृतक आदित्य उर्फ गोविन्दा के घर मुख्य आरोपी रमेश उर्फ पिन्टू खपट्टा के भाई मुकेश का जाना आना था। जिससे मृतक आदित्य मुकेश पर शक करता था कि उसके मां के साथ मुकेश साहू गलत करता है जिसको आरोपी रमेश उर्फ पिन्टू खपट्टा को उसके साथी जावेद खान ,दीप सिंह राजपूत व अपचारी बालक के सामने मृतक धमकी देता था कि तेरे भाई को समझा देना मेरी मां से दूर रहे वरना जान से मार दूंगा। रोज रोज की धमकी से तंग आकर रमेश उर्फ पिन्टू खपट्टा ने आदित्य को जान से मारने का मन बना लिया। याजना में अपने अन्य साथी आरोपीगण को शामिल करके 23 सितंबर की रात्रि 10.45 बजे आदित्य उर्फ गोविन्दा को यांजना के मुताबिक बख्तावरचाल गली नं. 1 में आरोपी रमेश उर्फ पिन्टू खपट्टा के घर के पास ले जाकर पिन्टू खपट्टा ने गोली मार दी। फिर रमेश उर्फ पिन्टू खपट्टा और जावेद खान दोनों ने मिलकर मृतक के शव को दीप सिंह राजपूत की स्कूटी एक्टीवा में ले जाकर मोहारा नदी में फेंक दिये। और आरोपी दीप सिंह राजपूत और अपचारी बालक मिलकर घटनास्थल में गिरे खून को पानी डालकर नाली में बहा दिये। जिला पुलिस अधीक्षक श्री ठाकुर ने आगे बताया कि उपरोक्त कार्यवाही में थाना बसंतपुर निरीक्षक सी आर चंद्रा, ओपी चिखली प्रभारी उनि. भोला सिंह राजपूत व सायबर सेल की टीम से हेमंत साहूू व आदित्य सिंह समेत पूरी टीम का प्रशंसनीय योगदान रहा जिन्हे पुरस्कृत भी किया जायेगा। उन्होनें यह भी बताया कि बरामद पिस्ट देशी है लेकिन ऊंची क्वालिटी का है। पिस्टल के साथ पांच जिन्दा कारतूस व खाली खोखा तथा स्कूटी भी बरामद कर लिया गया है। आरोपियों के विरूद्ध बसंतपुर थाना में अपराध संख्या 666, धारा 302, 34 भादसं. दर्ज था। फिर उसमें धारा 120 भादवि., 25,27 आर्म्स और जोड़ा गया। आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में रख गया।