दुनियाभर के शतरंज ग्रैंड मास्टर्स ने छत्तीसगढ़िया व्यंजनों का स्वाद लिया

 

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज उनके निवास कार्यालय में विश्वभर से आए शतरंज के ग्रैंड मास्टर्स खिलाड़ियों ने मुलाकात की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसढ़ी परंपरा के अनुसार राजकीय गमछा पहनाकर सभी अतिथि खिलाड़ियों का स्वागत किया। अतिथि खिलाड़ियों के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री निवास की सजावट छत्तीसगढ़ी परिवेश के आधार पर की गई थी। शतरंज के माहिर खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शतरंज एक प्रकार से राजनीति का ही खेल है। इसमें शह-मात की भूमिका खास तौर पर होती है। शतरंज में दिमागी कसरत होती है। उन्होंने कहा कि शतरंज का उदय भारत से ही हुआ है। इसलिए इसे भारत के प्राचीनतम खेल में शामिल किया गया है। हमें गर्व है कि शतरंज के अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन कराने में हम सफल रहे। छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंड मास्टर्स टूर्नामेंट में 15 देशों से खिलाड़ी पहुंचे जो इसकी व्यापकता को दर्शाता है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में बीते 19 सितम्बर से छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंड मास्टर्स टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। इसका फायनल राउंड कल 28 सितम्बर को होगा। इससे पूर्व दुनियाभर के शतरंज ग्रैंड मास्टर्स आज मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने मुलाकात और चर्चा के बाद खिलाड़ियों को भोजन पर आमंत्रित किया। इस दौरान फरा, लाल भाजी, कढ़ी पकौड़ी, आलू मुनगा एवं लौकी चना जैसे छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसे गए। शतरंज खिलाड़ियों ने छत्तीसगढ़ी खान पान, परंपरा एवं अतिथि सत्कार की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भोजन के बाद खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ी उत्पादों की डलिया और प्रतीक चिन्ह देकर विदा किया।

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