क्या अपने पिछले जन्म का राज जानना चाहते हैं? हथेली के ये 2 रेखाएं खोल देती हैं पूर्व-जन्म का रहस्य

 

Pre-birth detail by Palmistry: शायद ही दुनिया में कोई होगा, जो अपने पिछले जन्मों का राज न चाहता होगा. अगर आप भी अपने पिछले जन्म का रहस्य जानना चाहते हैं तो हस्तरेखा शास्त्र के जरिए ऐसा कर सकते हैं.

Know your Pre-birth detail by Palmistry: भारतीय संस्कृति में जन्म और पुनर्नजन्म को काफी अहम माना गया है. धार्मिक विद्वानों के मुताबिक किसी भी इंसान का मौजूदा जीवन उसके पिछले जन्मों का फल होता है. उसने पिछले जन्म में जैसे कर्म किए होते हैं, उसी के हिसाब से उसे इस जन्म में जीवन मिलता है. ऐसे में लोगों की यह जानने में काफी इच्छा रहती है कि वे पूर्व जन्म में क्या थे और उनके कर्म कैसे थे.

लोग अपने पूर्व जन्म (Pre-birth) का राज और भविष्य जानने के लिए अपना हाथ ज्योतिषाचार्यों को दिखाते हैं. वे हथेली पर उभरी रेखाओं का अध्ययन (Palmistry) कर उनके पूर्व जन्म का राज खोल देते हैं. साथ ही यह भी बता देते हैं कि उनका इस जन्म में मौजूदा धन, आयु, आचरण और स्वभाव कैसा है. आइए जानते हैं कि हाथ की वे 4 रेखाएं कौन सी हैं, जिनके जरिए हम पूर्व जन्म का राज जान सकते हैं.

ये रेखाएं बताती हैं पूर्व जन्म का राज

ज्योतिष (Astrology) आचार्यों के मुताबिक प्रत्येक व्यक्ति के बायें और दाहिने हाथ में 2-2 रेखाएं (Palmistry) होती हैं, जो उसके पूर्व जन्म के बारे में बताती हैं. ये रेखाएं हथेली के केतु क्षेत्र में बनी होती हैं. जिस जगह हाथ की कलाई और हथेली आपस में जुड़ती हैं, उस जगह को केतु क्षेत्र कहते हैं. हथेली की 2 रेखाएं यहीं से हथेली की ओर खुलती हैं. ये रेखाएं आपके पिछले जन्म (Pre-birth) के बारे में विस्तार से बता देती हैं. कहा जाता है कि इन रेखाओं के अध्ययन से यह भी जाना जा सकता है कि व्यक्ति का पूर्व जन्म में काम क्या था और उसने अपना जीवन कैसे जिया.

इन कार्यो में मिल जाता है संकेत

ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में पूर्व जन्म का पता लगाने के लिए कुछ ओर तरीकों का भी इस्तेमाल किया जाता है. उन्हीं में से एक तरीका छोटे बच्चे के हाव-भाव का अध्ययन करना भी है. अगर कोई छोटी बच्चा कम उम्र में ही किसी काम में माहिर हो जाता है तो इससे यह संकेत मिलता है कि वह पूर्व जन्म में भी उससे जुड़ा व्यक्ति होगा. ज्योतिष में कहा गया है कि कई बार किसी व्यक्ति की इच्छा पिछले जन्म (Pre-birth) में अधूरी रह जाती हैं तो वह उन्हें अगले जन्म में जरूर पूरा करता है.

ऐसे भी जान सकते हैं पूर्व जन्म का राज

हस्तरेखा विज्ञान (Hastarekha Vigyan) के मुताबिक अगर केतु क्षेत्र की दोनों रेखाएं शनि क्षेत्र की ओर जाती हैं तो इससे आपके कोई मंत्री, अफसर या किसान होने का संकेत मिलता है. वहीं अगर दोनों रेखाएं बृहस्पति की ओर जाती हैं तो आपके राजा या नेतृत्व करने वाले लीडर के रोल में होने का संकेत मिलता है. इससे यह भी आभास होता है कि पिछले जन्म (Pre-birth) में आप जरूर किसी नेतृत्वकारी भूमिका में रहे होंगे.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. DAINIK PAHUNA इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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