कुल्लू. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में आयोजित विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में शामिल हुए. इस आयोजन में शामिल होने के लिए कुल्लू पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का वहां मौजूद लोगों ने बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया. बता दें कि यह पहला मौका है, जब देश के प्रधानमंत्री कुल्लू दशहरा उत्सव में भाग ले रहे हैं.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बुधवार को दशहरा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व विजय का प्रतीक है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘सभी देशवासियों को विजय के प्रतीक-पर्व विजयादशमी की बहुत-बहुत बधाई. मेरी कामना है कि यह पावन अवसर हर किसी के जीवन में साहस, संयम और सकारात्मक ऊर्जा लेकर आए.’ दशहरा को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है.
#WATCH | Himachal Pradesh: Prime Minister Narendra Modi participates in Dussehra Rath Yatra during International #Dussehra celebrations in Kullu
(Source: DD) pic.twitter.com/nwMHfnOJG5
— ANI (@ANI) October 5, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने ही अक्टूबर 2017 में इसका शिलान्यास भी किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें परियोजनाओं की नींव डालती थीं और चुनाव के बाद उन्हें पूरा करना भूल जाती थीं, लेकिन वर्तमान सरकार शिलान्यास करती है और परियोजनाओं का उद्घाटन भी करती है.
एम्स बिलासपुर, 1,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित है. इस अत्याधुनिक अस्पताल में 18 स्पेशियलिटी और 17 सुपर स्पेशियलिटी विभाग, 18 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 64 आईसीयू बेड के साथ 750 बेड शामिल है.
यह अस्पताल 247 एकड़ में फैला है. यह 24 घंटे आपातकालीन और डायलिसिस सुविधाओं, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई आदि जैसी आधुनिक डायग्नोस्टिक मशीनों, अमृत फार्मेसी व जन औषधि केंद्र और 30 बिस्तरों वाले आयुष ब्लॉक से सुसज्जित है.
इस अस्पताल ने हिमाचल प्रदेश के जनजातीय और दुर्गम जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजिटल स्वास्थ्य केंद्र भी स्थापित किया है. अस्पताल द्वारा काजा, सलूनी और केलांग जैसे दुर्गम जनजातीय और अधिक ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी.