United Nations Security Council Meeting: जापान और उत्तरी कोरिया के बीच चल रहा तनाव बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में तब दिखाई दिया जब इस मुद्दे पर बहस हुई कि आखिर जापानी क्षेत्र में उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च के खतरे से कैसे निपटा जाए. इस मुद्दे पर सुरक्षा परिषद दो मतों में बंटा नजर आया. यहां रूस और चीन एकजुट हुए और इस कार्रवाई के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया. दोनों ने कहा कि अमेरिका के नेतृत्व में चल रहे जापान और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास ने उत्तर कोरिया को इस तरह की कार्रवाई के लिए उकसाया है.
बिना नतीजे के खत्म हुआ सत्र
प्रस्ताव पर रूस और चीन एक तरफ थे, तो दूसरी तरफ भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ उत्तर कोरिया के बैलिस्टक मिसाइल लॉन्च की आलोचना की. भारत ने कहा कि इस तरह की लॉन्चिंग क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है. पक्ष और विपक्ष ने अपनी बात रखी और बुधवार का सत्र बिना किसी नतीजे के ही खत्म हुआ.
अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र को भी चेताया
अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने चर्चा के दौरान ये चेतावनी भी दी कि इस साल उत्तर कोरिया के मिसाइल लॉन्च की रेकॉर्ड संख्या पर आम सहमति तक पहुंचने में परिषद की अक्षमता उत्तर कोरिया को बढ़ावा दे रही है और संयुक्त राष्ट्र की सबसे शक्तिशाली शाखा के अधिकार को कम कर रही है. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने इस मुद्दे पर बुधवार को सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि हमने डीपीआरके (डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया) की ओर से बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की रिपोर्ट पर ध्यान दिया है. ये लॉन्च डीपीआरके से संबंधित सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन हैं.
उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर से दागी थीं 2 मिसाइल
बता दें कि उत्तर कोरिया ने मंगलवार को 2 बैलिस्टिक मिसाइल को जापान के ऊपर से लॉन्च किया था. मिसाइल प्रशांत महासागर में जाकर गिरा था. लेकिन इस लॉन्चिंग के बाद से जापान ने देश में अलर्ट घोषित कर दिया है औऱ लोगों को सुरक्षित स्थान पर छिपने की चेतावनी दी है.