राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। क्वांर पूर्णिमा यानि शरद पूर्णिमा पर रविवार 9 अक्टूबर की रात जगह जगह धार्मिक,सामाजिक और बौद्धिक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। मान्यता है कि इस शरद पूर्णिमा पर धरती का उपग्रह चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता हैं और चंद्रमा से अमृत की वर्षा होती है। उस रातअमृत को प्राप्त करने के लिये ही रात्रि में खीर पकाकर खुले आसमान के नीचे रखा जाता है। इसी परंपरा के निर्वहन में शरद पूर्णिमा पर्व मनाया जाता हैं। कल शरद पूर्णिमा पर संस्कारधानी सहित आसपास व दूर दराज के गांवों में घर घर व मंदिर मंदिर तथा चौपालों पर भी खीर वितरण का कार्यक्रम हो सकेगा। इस शहर में माता पाताल भैरवी मंदिर बर्फानी धाम में स्वांस दमा रोग पीड़ितों को दवायुक्त खीर वितरण की भी परंपरा रही हैं।