नई दिल्ली. समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव संबंधों के लिए हमेशा याद किए जाएंगे. यही वजह है कि ठेठ हिन्दी भाषी नेताजी ने संसद भवन में सपा कार्यालय की जिम्मेदारी एक दक्षिण भारतीय रामाराव को दे रखी है. नेताजी के निधन को रामाराव पारिवारिक क्षति बताते हैं. वो न्यूज 18 हिन्दी से बात करते-करते रोने लगते हैं और कहते हैं कि आज हमने पिता को खो दिया.
संसद भवन स्थिति सपा कार्यालय की जिम्मेदारी रामाराव और आरसी पांडेय संभालते हैं. रामाराव बताते हैं कि 1997 से यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. मूलत: आन्ध्र प्रदेश के रहने वाले रामाराव पहली बार एक परिचित के जरिए नेता जी से मिले थे. संबंधों के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रामाराव को बहुत अच्छी हिन्दी न आने के बावजूद नेता जी ने आफिस की जिम्मेदारी संभालने को कहा. उनसे पूछा कि हिन्दी बोलनी, लिखनी और समझनी आती है, रामाराव ने जवाब हां में दिया.
रामाराव ने साथ में यह भी कहा कि अंग्रेजी अच्छी आती है, तो नेता जी ने कहा कि आफिस में सारा काम हिन्दी में ही होगा. अंग्रेजी में कोई काम नहीं होगा. अगर हिन्दी में लिखने-पढ़ने में गलती भी हो जाए तो भी डरना नहीं है. काम हिन्दी में ही करना है. तब से लेकर आज तक हिन्दी में ही सारा काम हो रहा है.
वे बताते हैं कि पिछले दिनों संसद सत्र में नेता जी शुरू के एक ही दिन आए थे. सत्र शुरू होते ही पहली बार जब भी नेता जी आते तो रामाराव से परिवार के बारे में जरूर पूछते थे. रामाराव उनको रिसीव कर लोकसभा में उनकी सीट तक ले जाते थे. वे बताते हैं कि नेता जी ने हमेशा यही शिक्षा दी है कि तुम मेहतन करो, अपने आप ही आगे बढ़ोगे. वो कहते हैं कि पहली नौकरी सपा कार्यालय से शुरू की है और अंत तक यहीं रहूंगा. यहां सीधा गांव ही वापस लौटूंगा और कहीं नहीं जाऊंगा.