कुरनूल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा गुरुवार को आंध्रप्रदेश के कुरनूल जिले में लगातार तीसरे दिन जारी रही। उन्होंने सुबह येम्मिगनूर मंडल के बनवासी गांव से यात्रा शुरू की। वे पार्टी के नेताओं और कार्यकतार्ओं के साथ मुगती गांव तक चले। आंध्रप्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के प्रमुख एस शैलजानाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री पल्लम राजू, पूर्व सांसद के. बापीराजू और पार्टी के अन्य नेताओं समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने यात्रा में भाग लिया। शाम चार बजे यात्रा फिर शुरू होगी। यह हलहरवी से चलकर शाम 6.30 बजे कल्लूदेवकुंटा में नुक्कड़ सभा के लिए रुकेगी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी राघवेंद्र स्वामी मठ में दर्शन करेंगे और इसके बाद मंत्रालयम में श्री सुभेंद्र तीर्थ के साथ बैठक होगी। रात्रि विश्राम चेतनिहल्ली में करेंगे।
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— Bharat Jodo (@bharatjodo) October 20, 2022
आंध्रप्रदेश में कुरनूल जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 100 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यात्रा आंध्रप्रदेश में शुक्रवार को समाप्त होगी। पड़ोसी राज्य तेलंगाना में प्रवेश करने से पहले यात्रा अलुरु, अदोनी, यमिमिगनूर और मंत्रालयम विधानसभा क्षेत्रों में चलेगी। अदोनी में मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि यात्रा को आंध्रप्रदेश में जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। इससे प्रदेश कांग्रेस के नेता भी हैरान हैं।
उन्होंने आंध्रप्रदेश में यात्रा को मिल रहे भारी समर्थन को राज्य में पार्टी के पुनर्गठन के लिए एक अच्छा प्रारंभिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि हमें यात्रा में जबरदस्त समर्थन मिल रहा है, इससे बहुत सारे नेता हैरान हैं। उल्लेखनीय है कि आंध्रप्रदेश के विभाजन से उपजी जनता की नाराजगी के कारण 2014 के चुनााव में पार्टी का राज्य से लगभग सफाया हो गया था। 2019 में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी फिर खाली हाथ रही थी।
क्या कांग्रेस को आंध्रप्रदेश को विभाजित करने के फैसले पर खेद है, के सवाल पर राहुल गांधी ने जवाब देने से परहेज करते हुए कहा कि मैं अतीत में नहीं जा रहा हूं। मुझे भविष्य पर चर्चा करने में दिलचस्पी है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत स्पष्ट हूं। आंध्रप्रदेश के साथ की गई प्रतिबद्धता को पूरा किया जाना चाहिए। मुझे अतीत में कोई दिलचस्पी नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि आंध्रप्रदेश के विभाजन के समय की गई सभी प्रतिबद्धताओं को भारत सरकार द्वारा पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने दोहराया कि अगर उनकी पार्टी केंद्र में सत्ता में आती है तो पोलावरम परियोजना और राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा देने आदि मुख्य प्रतिबद्धताओं को पूरा करेगी।