मुख्यमंत्री बघेल का निर्देश: अपनी जिम्मेदारी के प्रति सजग रहे अधिकारी

 

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जांजगीर-चांपा विधानसभा में भेंट-मुलाकात के दूसरे दिन आज सर्किट हाउस जांजगीर में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने बैठक में कहा कि शिक्षा गुणवत्ता में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, कल ही शिकायत पर एक प्राचार्य पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई है,ऐसी स्थिति नही होनी चाहिए। स्कूलों में पढ़ाई अच्छे से होने चाहिए। शिक्षक समय से स्कूल पहुंचे और पूरे समय तक स्कूल में रहें। इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें। अधिकारी इसका औचक निरीक्षण करें। जो शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित है उस पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए स्कूल्स को क्लस्टर में बांटकर विभिन्न गतिविधियां करवाई जाए। स्वामी आत्मानंद स्कूल का मुख्य उद्देश्य अंग्रेजी में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कराना है। उन्होंने शिक्षक की नियुक्ति पूरी करने के निर्देश दिए। नए खुले स्वामी आत्मानंद स्कूल में अगले शिक्षा सत्र से पूर्व इन्फ्रास्ट्रक्चर का सारा काम पूरा करें। सभी व्यवस्थाएं पूर्ण होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि दिसंबर तक सड़कों के मरम्मत और सुधार का काम करना है, पैच रिपेयर में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दें। जिससे सड़कें लंबे समय तक चलें। सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए भी संयुक्त रूप से प्रयास किए जाएं। ब्लैक स्पॉट पर जरूरी व्यवस्थाएं की जाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी अच्छे से कार्य करें, जो जिम्मेदारी दी गई है उसका पूरा निर्वहन करें। शासकीय कार्यों को लेकर आने वाले किसान, आवेदक आएं तो समय से उनको उनका समाधान मिले। वे निराश होकर न जाएं। सभी अधिकारी कर्मचारियों को अपने मुख्यालय में अनिवार्य रूप से निवास करें।

उन्होंने कहा अधिकारियों से कहा कि जल जीवन मिशन में वर्क ऑर्डर पेंडिंग है उसकी स्वीकृति लेकर काम शुरू कराएं। काम के गुणवत्ता में समझौता नही करना है। नियमित निरीक्षण करें। यदि कार्य गुणवत्ता विहीन है तो काम निरस्त करें और ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करें। उन्होंने कहा कि गौठान के लिए स्वीकृत भूमि पर अतिक्रमण है तो उसे राजस्व विभाग समय सीमा निर्धारित कर अतिक्रमण मुक्त कराएं। गौठान में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का उद्देश्य ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इसमें स्थानीय लोगों की रुचि, रॉ मैटेरियल और मार्केट की उपलब्धता के अनुसार कार्य करने हैं। गोबर से पेंट बनाने का कार्य किया जा सकता है। फॉरेस्ट गौठानो में भी वर्मी कंपोस्ट निर्माण के अतिरिक्त अन्य आजीविका गतिविधियां संचालित करनी है। यहां मलबेरी उत्पादन का कार्य किया जा सकता है।पशुपालकों का पंजीयन गोधन न्याय योजना में बढ़ाया जाना है। इसके लिए वेटनरी विभाग को पंचायत विभाग से समन्वय कर पशुपालकों सर्वे कर पंजीयन करवाने के निर्देश दिए गए हैं।

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