भेंट – मुलाकात कार्यक्रम में लोगों से हुए रूबरू
राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। सुरगी के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण के साथ भेंट.मुलाकात कार्यकम की शुरुआत की।मुख्यमंत्री ने कहा उम्मीद से अधिक संख्या में लोग सुनने आये हैं, आज आप सभी से मिलने जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों के साथ आया हूँ।इससे पहले भी सुरगी आ चुका हूँ दरी में बैठकर देर तक आपसे सुख.दुख की चर्चा हुई थी।
आप लोगों के लिए कर्जमाफी की, राजीव गांधी किसान न्याय योजना लेकर आये। सरकार बनने के बाद किसानों के हितों में किये गए वादों को पूरा करने का फैसला लिया।
मुख्यमंत्री बघेल को रानीतराई निवासी गंगा राम साहू, ने बताया कि एक एकड़ के लिए कर्जा लिया था। सब माफ हो गया।
पैसा धान का लगातार मिल रहा है।
उपरहा अर्थात एक्स्ट्रा पैसे का क्या कर रहे हो, पूछने पर गंगा ने बताया कि जो लाभ हुआ कि गन्ना लगा लिया।
गंगा ने पूछा कि मैं राजीव गांधी किसान न्याय योजना से चंदन का पौधा लगाना चाहता हूँ। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, जरूर लगाएं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण के साथ भेंट-मुलाकात कार्यकम की शुरुआत की।
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों से मुख्यमंत्री ने चर्चा की।
इस बीच सोनिया साहू ने बताया कि हर हफ्ते गोबर बेच रही हूँ, पैसा एक साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के साथ आता है।
कोटरभाठा की पार्वती ने बताया कि हफ्ता में 50 क्विंटल गोबर बेचती हूँ। मुख्यमंत्री ने आश्चर्य किया कि इतना। तब पार्वती ने ठीक किया, कहा किलो में। खाते में 8 हजार रुपये आया।
संस्कार सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि 3 लाख रुपये कमा चुके हैं, सब बांट लिया। मैंने इस राशि से जनरल स्टोर खोल लिया। हम लोग मशरूम का उत्पादन करना चाहते हैं।
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, बिल्कुल इसकी व्यवस्था कराएंगे।
श्यामलाल देवांगन, देवादा ने बताया कि मेरी साढ़े पांच एकड़ खेती है। टोकन लूंगा। मैंने मासरी लगाया है।
श्यामलाल ने भारतमाला के संबंध में अपनी समस्या रखी, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने किसानों से कहा था कि इसके लिए हमने फैसला किया था कि अवार्ड पारित होने के बाद दोगुना राशि देंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जो अवार्ड पहले दे दिया गया, उनका भूतलक्षी प्रभाव से भुगतान हुआ। उन्होंने मुआवजे के अलग वितरण पर कहा कि फैसला लेने के पूर्व जो अवार्ड हुए, उसमें कम राशि मिली।
तभी हमने फैसला किया था कि किसानों को दोगुना अवार्ड देंगे।
विस्तार से किसानो को बताया।
मुख्यमंत्री को मनोज विश्वकर्मा ने कहा कि मेरे पास 32 साल से आवास नहीं है। जिसपे मुख्यमंत्री ने पूछा कि तुम तो युवा दिख रहे हो, उम्र क्या है। मनोज ने कहा 32 साल।