खाद के लिए मचा हाहाकार: किसान दिनभर लाइन में धक्के खाने को मजबूर

 

धार। मध्यप्रदेश में बीते एक माह से खाद के लिए किसानों के बीच हाहाकार मचा है। खाद बिक्री केंद्रों में लंबी-लंबी लाइन लग रही है। भूखे प्यासे किसान धक्के खाने को मजबूर है। मंत्री जी कहते हैं कि खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, लेकिन हकीकत यह है कि किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल पा रहा है, जिससे किसान बेहद परेशान है।

श्योपुर में 15 दिनों से किसान परेशान

श्योपुर में शनिवार को सुबह 3 बजे से जिला मुख्यालय के खाद बिक्री केंद्र पर किसानों की भारी भीड़ जमा है। 4 से 5 लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई है। जिनमें हजारों की संख्या में किसान मौजूद है। यह किसान पहले टोकन पाने के लिए दिन भर धक्के खाएंगे। कुछ लोगों को रविवार की रात तक टोकन मिल पाएंगे। इसके बाद सोमवार से इन किसानों को फिर से खाद लेने के लिए धक्के खाने पड़ेंगे। इस तरह के हालात एक या दो दिन से नहीं बल्कि पिछले 15 दिनों से किसानों को जूझना पड़ रहा है।

मजबूर किसान लाइनों में धक्के खा रहे है क्योंकि रबी के सीजन की फसलों के लिए उन्हें खाद की जरूरत है। लेकिन हैरान कर देने वाली बात है कि जिले के अधिकारी किसानों की परेशानी को कम करने की बजाए केंद्रों पर छाया और पानी के इंतजाम तक नहीं करवा रहे हैं। इससे किसान और भी ज्यादा परेशान हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि वह सुबह 3 बजे से खाद विक्रय केंद्र की लाइनों में धक्के खा रहे हैं, पिछले कई दिनों से इस तरह के हालात बने हुए हैं। प्रशासन ने छाया पानी तक इंतजाम नहीं किए हैं, इससे वह और भी ज्यादा परेशान है।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा- नहीं है खाद की कमी

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि खाद पूरे देशभर में और श्योपुर जिले में भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, खाद कि कहीं भी कोई कमी नहीं है। लेकिन लाइनों में खड़े किसानों का कहना है कि साहब पिछले 15 दिन से खाद के लिए भटक रहे है। सुबह 4 बजे से ही खाद केंद्र पर आ जाते है, लेकिन अभी तक खाद नहीं मिला है।

धार जिले प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र में पावती जमीन पर रखकर लगाई लाइन

धार के कृषि उपज मंडी स्थित प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र पर सुबह 5 बजे से अन्नदाता खाद के लिए पहुंचे। भूख प्यास से परेशान किसानों ने पावती जमीन पर रखकर लाइन लगाई है। कई महिला किसान भी परेशान नजर आई। किसानों को यूरिया खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है, तकरीबन 50 से 60 गांव के किसान लाइन में खड़े है लेकिन 12 बजे तक भी खाद की दुकान नहीं खुली।

वहीं आक्रोशित किसानों ने कहा कि मामाजी को क्या कहें, उन्होंने कहा था कि धीरज रखना खाद सबको मिलेगा, लेकिन खाद नहीं मिल रहा है। इसका परिणाम चुनाव में दिखाई देगा।

दुकान के मैनेजर ने कहा कि गोडाउन में खाद की गाड़ी को खाली करवा रहे थे। किसान चाहे 4 बजे आ जाये खाद की गाड़ी खाली होगी, मशीन में चढे़गा उसके बाद ही किसानों को खाद उपलब्ध करवाएंगे। जैसी उपलब्धता है वैसे ही खाद बांट रहे है। कल भी रात तक खाद बांटी गई है।

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