पैसे वापस करने की मांग
राजनांदगांव। जिले में राज्य स्तर पर आज साइकिल रेस का आयोजन महिला एवं पुरूष दोनों वर्ग के लिये हुआ जिसमें अव्यवस्था-दुर्व्यवस्था को लेकर कई प्रतिभागियों ने गहरी नाराजगी जताई। नाराजगी जाहिर करने वालों में राष्ट्रीय खिलाड़ी भी शामिल थे। मुख्य शिकायत आवास, पेयजल, रोड रूट आदि को लेकर रही।
महिला अधिकारी ने यह कहा
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रेनु प्रकाश ने कहा कि उनका विभाग इस आयोजन को कराने में इन्वाल्व नहीं था। उन्हें इन्विटेशन मिला था। 3-4 लड़कियां आईं थीं। आयोजक संस्था का उन्हें पता नहीं है। मेयर ने महिला सशक्तीकरण को लेकर आयोजन के संबंध में बात कही थी। गर्ल्स का रूट तुमड़ीबोड़ की ओर था। महिला बाल विकास विभाग की इस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने स्वयं साइक्लिस्ट के नाते हिस्सा लीं। आधा रास्ता ही चला पायीं। आयोजन में पुलिस ने मदद की।
नैशनल खिलाड़ी ने जताई नाराजगी
कोरबा से पहुंचे साइक्लिंग के राष्ट्रीय खिलाड़ी गौतम ने कहा कि वे 8 के गु्रप में 3 दिन पहले से आकर प्रेक्टिस कर रहे है। आने में 15-16 हजार रूपये खर्च हो गया है। उन्होंने आयोजक संस्था की मैडम का नाम लेते हुए कहा कि 27 तारीख तक रोड का लोकेशन पता चल जाने की बात की थी। एक तारीख तक भी कंफर्मेशन नहीं था। गड्ढों भरे रोड की वजह से तकलीफ हुई। प्रतिभागी बच्चे इधर से उधर हो गये। जिसने रेस कराई है उसने पीने के पानी तक की समुचित व्यवस्था नहीं की। गांव के लोगों ने गिलास में लाकर पानी पिलाये। कई टॉपर खिलाड़ी यहां तक कि गोल्ड मेडलिस्ट प्रतिभागी भी इस रेस से वंचित हो गये। जो भाग लेने से वंचित हो गये थे उनसे लेट फीस 800 से 1500 रू. लिया गया है। यहां शहर में रूके भी थे तो अपने पैसे से। रेस के आयोजन में अव्यवस्था-दुर्व्यवस्था को लेकर और भी प्रतिभागियों ने नाराजगी व्यक्त की तथा दिये गये रूपये लौटाने की मांग की।
आयोजक संस्था की अध्यक्ष ने रखी अपनी बात
आयोजक चिल्ड्रन केअर स्पोर्ट्स एंड कल्चरल सोसायटी की अध्यक्ष प्रभा ठाकुर ने कहा कि सबसे पहले तो उन्होंने कलेक्टर फिर सीएमएचओ से परमिशन लिया था। पूरी व्यवस्था में पुलिस का पूरा सहयोग रहा। कहा कि यह प्रोग्राम छत्तीसगढ़ स्तर का था। फिर हरियाणा का लड़का था जो अंबिकापुर में रहता है उसने पूछा कि राजनांदगांव आकर उस रूट में प्रेक्टिस करेंगे। हमने कहा 30 सितंबर को बता देंगे। बाहर के 8-10 लड़के थे जो 15-20 दिन पहले आकर रूके थे। कहा था कि कहीं के एसपी उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं। हमने उन्हें रूट इसलिये नहीं बताई थी कि वे डेली वहां प्रेक्टिस करेंगे फिर पर्सनली रूट की जानकारी जिनका भी फोन आता है उन्हें देती रही और आज सुबह से एनाउंस करा दी। टीआई से चर्चा हुई तो रोड के मेंटर में फिनीश पाइंट लगा देने की बात कही। उधर गांव दीवानझिटिया के सरपंच ने भी कहा था कि गांव ेमें व्यवस्था वे कर देंगे और पानी पाउच, नींबू पानी आदि के प्रबंध किये भी। प्रतिभागी वहां से रिटर्न हो गये। महामाया चौक में रेस खत्म हो गयी। पैसा लेने की बात है तो 501 रू, 15 तारीख तक लिये फिर 800 रू. किये उनकी रसीद दी। 25 को क्लोजिंग करने वाले थे। प्रभा ठाकुर ने कहा कि जितनी राशि ली गई थी तो राजनांदगांव लोकल वालों को टीशर्ट, ब्रेकफास्ट दिये। रोड पर गड्ढों की बात है तो टापो टॉप रोड तो कहीं भी नहीं है।