डीएमओ द्वारा उठाव कमजोर;सोसायटियों में धान जाम

 

राजनांदगांव(दैनिक पहुना)।जिले में राज्य शासन द्वारा समर्थन दर पर धान की खरीदी एवं उठाव की व्यवस्था इन दिनोें चरमरा सी गई है। किसानों को धान बेचने अपना धान रखने के दूसरे दिन भी उपार्जन केंद्र जाना पड़ रहा है। वहीं कस्टम मिलिंग के तहत् धान उठाव की व्यवस्था करने में जिला विपणन कार्यालय की ओर से कमजोरी दिखाई देती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हाल ही में जिला विभाजन के बाद से जिले में अब 74 सोसायटी ही रह गये हैं और इनके अंतर्गत 86 धान उपार्जन केंद्र हैं। इनमें से 28 सेवा सहकारी समितियों में आज की स्थिति में बफर स्टॉक से ज्यादा धान जमा होने के समाचार है। वहीं कल 70 हजार क्विंटल धान का उठाव होने की भी आधिकारिक जानकारी मिली है। इस प्रतिनिधि ने डोंगरगांव तहसील अंतर्गत समीपस्थ ग्राम रामपुर सोसायटी पहंुचकर जानकारी ली तो प्रबंधक से पता चला कि धान उपार्जन केंद्र बनभेंड़ी में धान रखने की लिमिट 4350 क्विंटल तय की गई है,लेकिन वहां 13000 क्विंटल धान रखा है। रोज एक दो ट्रक ही उठाव हो पा रहा है। इस सोसायटी के लिये डीओ अवश्य कटा है जो दुर्ग के परिवहन कर्ताओं का है
तीन दिनों से ट्रकों की हड़ताल है वजह
जिला विपणन अधिकारी गजेंद्र राठौर का कहना है कि 28 सोसायटियों में बफर स्टॉक से ज्यादा धान जमा है कल भी सत्तर हजार क्विंटल का उठाव मांगों को लेकर ट्रक चालकों परिचालकों की हड़ताल के बावजूद हुआ था। उनका कहना है कि ट्रकों की हड़ताल के चलते उठाव पर विपरीत असर पड़ रहा है। जो भी हो विकल्प तो डीएमओ को ही ढूंढना पड़ेगा नहीं तो समर्थन दर पर धान खरीदी की व्यवस्था जो निश्चित अवधि के लिये होती है बुरी तरह चरमरा सकती है।

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