CNG Price Hike: अगर आप सीएनजी की गाड़ियां चलाते हैं तो आपकी जेब पर बोझ बढ़ने वाला है. आज से दिल्ली में सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है. दिल्ली में अब सीएनजी का भाव 79.56 प्रति किलो है. यह नई दरें 17 दिसंबर, 2022 यानी शनिवार के दिन सुबह 6 बजे से लागू हो गई.
दिल्ली में आज से सीएनजी के प्राइस में 95 पैसे प्रति किलो (CNG Price Hike) की बढ़ोतरी हुई है. पहले दिल्ली में सीएनजी 78.61 रुपये प्रति किलो बिक रही थी जो अब बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई.
आखिरी बार अक्टूबर में हुआ था बदलाव
इससे पहले सीएनजी के प्राइस में बदलाव 8 अक्टूबर, 2022 को हुआ था. अक्टूबर में दिल्ली में सीएनजी के प्राइस में 3 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बढ़ोतरी हुई थी. तब दिल्ली में सीएनजी के प्राइस 78.61 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया था. वहीं गुरुग्राम में सीएनजी प्राइस 86.94 रुपये प्रति किलो और नोएडा, गाजियाबाद में सीएनजी की कीमत 81.17 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई थी.
70% से ज्यादा महंगा CNG
रेटिंग एजेंसी इंक्रा ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें यह बताया गया है कि पिछले एक साल में सीएनजी की कीमतों में करीब 70 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है. इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि प्राकृतिक गैस की कीमतों में इस साल रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ऐसे में वित्त वर्ष 2022-23 में कमर्शियल गाड़ियों में सीएनजी के इस्तेमाल को घटाकर 9 से 10 फीसदी कर दिया है जबकि पहले ये अनुपात 16 फीसदी हुआ करता था. डीजल और सीएनजी की कीमतों में कम अंतर के कारण अब लोग सीएनजी गाड़ियों के बजाय डीजल की गाड़ियां लेना पसंद कर रहे हैं.
पिछले 14 महीनों में इतना महंगा हुआ सीएनजी
साल 2021 में 1 अक्टूबर को राजधानी दिल्ली में सीएनजी 45.5 रुपये प्रति किलो पर बिक रही थी. आज 17 दिसंबर, 2022 को सीएनजी 79.56 रुपये प्रति किलो पर बिक रही है. ऐसे में 14 महीनों के 34.06 रुपये प्रति किलो की बढ़त सीएनजी के प्राइस में दर्ज की गई है. ऐसे में सीएनजी पिछले 14 महीनों में 73 फीसदी से ज्यादा महंगा हो चुका है. कमर्शियल गाड़ी मालिकों का इस कारण बजट बिगड़ चुका है.
किरीट पारिख कमेटी ने सस्ते CNG के लिए दिए ये सुझाव
गैस की कीमतों को लेकर बनाई गई किरीट पारिख कमिटी (Kirit Parekh Committee) ने केंद्र सरकार से सीएनजी (CNG) पर लगने वाले एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) को घटाने की सिफारिश की है. कमेटी ने अपनी सिफारिशों में सरकार से कहा है कि जब तक प्राकृतिक गैस (Natural Gas) को जीएसटी (GST) के दायरे में लाने को लेकर फैसला नहीं हो जाता है तब तक सरकार को सीएनजी पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) कम वसूलना चाहिए. इससे लोगों को महंगे सीएनजी से राहत मिल सकेगी.