रायपुर। प्रदेश की राजनीति में इस समय पतझड़ की आहट आ रही है लगता है सत्ता के कई पत्ते खडख़ड़ाकर गिरने की तैयारी कर रहे है जिसके कारण एक बार फिर राजनीति गरमा रहा है। मामला प्रदेश के दो केबिनेट मंत्री चुनाव को लेकर जो बयान जारी कर रहे उसके कई मायने निकाले जा रहे है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान के बाद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का बयान प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। मंत्री सिंहदेव का कहना है कि मैं अपने संदर्भ में कुछ नहीं कहना चाहता, लेकिन किीस कारणों से मंत्री साहू चुनाव नहीं लड़ेंगे को उर्क पड़ेगा। सिंहदेव ने आगे कहा कि उनकी समाज में अच्छी पकड़ है, किीस के नहीं रहने से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन उसका असर कहीं न कही दिखाई देता ही है। सिंहदेव ने कहा कि मैं गौड़ हूं मेरी कोई वैल्यू नहीं है लेकिन मेरी नजर में मंत्री ताम्रध्वज की बहुत वैल्यू है। मंत्री ताम्रध्वज से कांग्रेस के नुकसान को लेकर एस सवाल के जवाब में सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस इतनी बड़ी संस्थान है जब कोई एक व्यक्ति कहे चुनाव नहीं लडऩा है तो फील इन द ब्लाक के लिए कई लोग तैयार हो जाते है। गत दिनों स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव मीडिया से कहा कि चुनाव लडऩे का मन नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री ने इस बयान पर जो प्रतिक्रिया दी है, वो बेहद तीखी है। ताम्रध्वज साहू ने तो दो टूक कह दिया किसी के चुनाव न लडऩे से कांग्रेस का कोई नुकसान नहीं होता। बालोद में एक धार्मिक कार्यक्रम में पहुंचे गृहमंत्री साहू ने कहा- किसी के चुनाव नहीं लडऩे से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होता। एक व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ता तो 10 खड़े हो जाते हैं। टीएस बाबा ने किस भावना से क्या सोचकर चुनाव लडऩे का मन नहीं हो रहा कहा है, वे ही जाने। इससे कांग्रेस को कोई असर नहीं पड़ेगा। कांग्रेस बड़ी संस्था है।
सिंहदेव को मिला बृजमोहन का साथ सिंहदेव
के बयान के बाद गृहमंत्री की प्रतिक्रिया देख भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल के सियासी बयान की एंट्री हो गई। बृजमोहन ने कह दिया कि टीएस सिंहदेव राजपरिवार से ताल्लुक रखते हैं। अपनी लड़ाई के लिए मैदान में आएं हम उनका साथ देंगे। बृजमोहन ने कहा- कांग्रेस पार्टी में जो स्थिति टीएस सिंहदेव जी की है, वही स्थिति ताम्रध्वज साहू की भी है। उनकी कुछ मजबूरी रही होगी, जो उन्होंने ऐसा कहा..।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव गुरुवार को अंबिकापुर के गांधी स्टेडियम में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि इस बार मेरा चुनाव लडऩे का मन नहीं है। उन्होंने कहा कि अब तक जितने चुनाव हुए हैं, चाहे वो 2008 का रहा हो, 2013 या 2018 का, हर बार चुनाव में पूरे मन से खड़ा होता था। हमेशा मन में रहता था कि हां चुनाव लडऩा है, लेकिन इस बार सही में चुनाव लडऩे का उस तरह से मन नहीं है, जैसा कि पहले रहता था। वैसे तो एक हफ्ते पहले भी टीएस सिंहदेव ने सूरजपुर में सरगुजा विकास प्राधिकरण की बैठक खत्म होने के बाद कहा था कि वे चुनाव से पहले कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। उन्होंने कहा था कि मैं चुनाव से पहले अपने भविष्य के बारे में फैसला लूंगा।