नई दिल्ली. अगर आप भी फिक्स्ड डिपाजिट (Fixed Deposits) में निवेश कर सुरक्षित तरीके से तगड़ा रिटर्न पाना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है. कई पॉपुलर और बड़े बैंकों से ज्यादा स्मॉल फाइनेंस एफडी पर रिटर्न दे रहे हैं. कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक (Small Finance Bank) वरिष्ठ नागरिकों को एफडी पर 9 फीसदी और इससे अधिक रिटर्न की भी पेशकश कर रहे हैं.
अब सवाल उठता है कि क्या स्मॉल फाइनेंस बैंक में पैसा रखना सुरक्षित है? बैंक डूबने या दिवालिया होने पर जमाकर्ता के पास एकमात्र राहत डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन यानी डीआईसीजीसी (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) द्वारा दिया जाने वाला इंश्योरेंस कवर होता है. अब डीआईसीजीसी (DICGC) के तहत इंश्योरेंस कवर 1 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक बढ़ाया गया है.
डिपॉजिट इंश्योरेंस कैसे काम करता है?
डीआईसीजीसी कवर सभी बैंकों के लिए उपलब्ध है. हालांकि उन्हें इस सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन करना होता है और इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान करना होगा. डीआईसीजीसी के गाइडलाइंस के मुताबिक, बैंक के लाइसेंस रद्द की तारीख या मर्जर या पुनर्निर्माण के दिन बैंक में प्रत्येक जमाकर्ता को उसके पास मूलधन और ब्याज की राशि के लिए अधिकतम 5 लाख रुपये तक का बीमा किया जाता है. इसका मतलब यह है कि एक ही बैंक में आपके सभी अकाउंट्स को मिलाकर कितना ही पैसा जमा क्यों न हो, आपको केवल 5 लाख रुपये का इंश्योरेंस कवर मिलेगा. इस राशि में मूलधन और ब्याज की राशि दोनों शामिल हैं. बैंक के विफल होने पर अगर आपकी मूल राशि 5 लाख रुपये है, तो आपको केवल यह राशि वापस मिलेगी और ब्याज नहीं.