गांधीनगर. गुजरात में पर्चा लीक होने के कारण सरकारी जूनियर क्लर्क भर्ती परीक्षा (junior clerk recruitment exam) को रद्द कर दिया गया है. वडोदरा पुलिस को 15 लोगों के पास से पेपर की कॉपी मिली है. पुलिस ने इन सभी 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गुजरात (Gujarat) में सरकारी जूनियर क्लर्क भर्ती परीक्षा आज सुबह 11 बजे से होने वाली थी. राज्य में जूनियर क्लर्क के 1181 पदों के लिए 9 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन भरे थे. सभी उमीदवारो को परीक्षा केंद्रों पर नहीं जाने की सूचना दे दी गई है. गिरफ्तार किए गए युवक से पुलिस इस पेपर लीक होने की घटना के बारे में पूछताछ कर रही है.
गुजरात में जूनियर क्लर्क की परीक्षा का पेपर लीक होने और परीक्षा रद्द होने से परीक्षार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा है. आनंद में बसों के शीशे तोड़े गए तो तो दाहोद और लुनावाड़ा में परीक्षार्थियों ने चक्का जाम किया. जबकि अमरेली के सावरकुंडला में एनएसयूआई ने भी टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया. गुजरात एटीएस पिछले पेपर लीक की घटनाओं से जुड़े लोगों पर लगातार नजर रख रही थी. वडोदरा से 15 आरोपियों को पेपर के साथ गिरफ्तार किया गया है. सरकार ने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया. आगे की जांच चल रही है. गुजरात एटीएस के एसपी सुनील जोशी ने बताया कि गुजरात में जो पेपर लीक हुआ, वो आन्ध्र-प्रदेश से लाया गया था. गुजरात एटीएस ने अब तक 15 आरोपियों को पकड़ा है. पेपर लीक होने के तार उड़ीसा और बिहार से जुड़े हुए है. नायक नामक एक शख्स पकड़ा गया है, जो उड़ीसा का रहने वाला है. उसके ऊपर के मुख्य सूत्रधार को पकड़ने के लिए गुजरात एटीएस की टीम उड़ीसा पहुंची है.
आरोपियों में केतन बारोट और शेखर नाम के दो और लोग भी हैं. जो इससे पहले और कई परीक्षाओं का पर्चा लीक करने में आरोपी रहे हैं. ये सीबीआई जांच में भी आरोपी रहे हैं. बताया गया कि लगभग 15 दिन पहले से पेपर आरोपियों के हाथ लगा था. लेकिन पेपर खरीदने वाले लोगों को खोजा जा रहा था. बाद में पेपर खरीदने वाले मिले भी और पर्चा उनके हाथों में दिया जाए, उससे पहले ही गुजरात एटीएस के हाथों पेपर लीक करने वाले पकड़े गए. गुजरात सरकार के कड़े उपायों के बावजूद जूनियर क्लर्क पद की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया. जिसके कारण लाखों भर्ती उम्मीदवारों को निराश होना पड़ा है.