रायपुर. डोंगरगांव में नलजल योजना के तहत खुदाई के दौरान मुगल शासनकाल के 65 सिक्के मिले हैं. इसके अलावा 3 नग बाघनखनुमा अंगूठियां और मिश्रित धातु के 2 नग कड़ा भी मिले हैं. सिक्के मुगल शासक अहमदशाह बहादुर 1748 से 1754 ई. के हैं. संस्कृति विभाग ने इन सिक्को का खुलासा किया है.
जिला प्रशासन नल-जल योजना के तहत ग्राम बाजार नवागांव, ग्राम पंचायत बड़गांव-चारभांठा, विकासखंड डोंगरगांव में खुदाई का काम करा रहा। खुदाई के दौरान एक मटके में 65 नग चांदी के सिक्के, 3 नग बाघनखनुमा अंगूठियां और मिश्रित धातु के 2 नग कड़ा भी मिले हैं। प्राप्त सिक्के मुगल शासक अहमदशाह बहादुर 1748 से 1754 ई. के हैं, जिसमें अरबी लिपि अंकित है, सिक्के के निर्मित प्रतीक चिन्ह के अनुसार कटक ओडिशा के टकसाल से निर्मित प्रतीत हो रहा है।
पुरातत्वीय दल ने किया पुरावशेषों का अवलोकन
अनुविभागीय अधिकारी सुनील नायक ने बताया, संचालक विवेक आचार्य संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के निर्देश पर पुरातत्वीय दल डॉ. प्रतापचंद पारख उप संचालक, डॉ. वृषोम साहू, उत्खनन सहायक एवं डॉ. राजीव मिंज ने मौके पर जाकर थाना प्रभारी भरत बरेठ से भेंट की और उक्त पुरावशेषों का अवलोकन किया. उक्त दल के साथ पुलिस प्रशासन अनुविभागीय अधिकारी और ग्रामवासी बाजार नवागांव पहुंचकर स्थल का निरीक्षण किया.
पहाड़ के शिखर पर पत्थर की दीवारें
चमनलाल देहारे, पिता अघनू देहारे के प्रवेश द्वार के सामने नल-जल योजना के तहत खुदाई से पुरावशेष प्राप्त हुए हैं. डोंगरगांव ग्रामवासी के निवेदन पर किला डोंगरी का भी निरीक्षण किया गया. यहां किलानुमा प्रस्तर की दीवारें चारों दिशा में प्रवेश द्वार पहाड़ के शिखर पर भी पत्थर की दीवारें एवं खंडित प्रतिमाएं रखी हुई है. पहाड़ के ऊपर गुफाओं में शिवलिंग, भीमखोज जल भरा हुआ विद्यमान है. सर्वेक्षण के तहत लघु पाषाण उपकरण प्राप्त हुए. निकटस्थ प्रवाहित सुखा नाला किला डोंगरी के पास है.