Indian Railways: देश के सीनियर सिटीजन्स के लिए एक अच्छी खबर है. रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने ये संकेत दिए है कि जल्द ही उन्हें टिकटों में छूट दी जा सकती है. उन्होंने कहा है कि रेलवे इस मामले पर विचार कर रहा है, लेकिन इसके नियमों में कुछ बदलाव किया जा सकता है. राज्य सभा में एक लिखित प्रश्न का जवाब देते हुए रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे जल्द ही सीनियर सिटीजंस के लिए रियायत बहाल कर सकता है. जिसे कोरोना महामारी के दौरान बंद कर दिया गया था.
670 करोड़ रुपये की सब्सिडी की माफ
भाजपा सांसद सुशील मोदी के एक अन्य प्रश्न के उत्तर में, मंत्री ने बताया कि 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के दौरान वरिष्ठ नागरिकों को यात्री किराए में रियायत के कारण राजस्व लगभग 1,491 करोड़ रुपये, 1,636 करोड़ रुपये और 1,667 रुपये था. 2017-18 में नॉन-एसी क्लास की ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए 670 करोड़ रुपये की सब्सिडी माफ की गई थी, जबकि एसी क्लास में सब्सिडी के लिए 820 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. 2018-19 में नॉन-एसी क्लास में इन रियायतों पर 714 करोड़ रुपये और एसी क्लास में 921 करोड़ रुपये खर्च किए गए. 2019-20 में नॉन एसी क्लास के लिए 701 करोड़ रुपये की छूट थी, जबकि एसी क्लास के लिए यह 965 करोड़ रुपये थी.
किस क्लास में मिलेगी छूट?
राज्यसभा में रेलमंत्री से रेलवे कंसेशन को लेकर के सवाल किया गया कि क्या रेलवे फिर से ट्रेन टिकटों पर छूट की सुविधा देगा. इस पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि 2019-20 में रेलवे ने पैसेंजर टिकट पर 59,837 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है. इसके अलावा संसद से जुड़ी स्थाई समीति ने स्लीपर और थर्ड एसी में सफर करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन टिकट में कंसेशन देने का सुझाव दिया है.