रायपुर। बस्तर में भाजपा नेताओं की हत्या को लेकर प्रदेश में सियासत जारी है. बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा, बीजेपी लाशों पर राजनीति कर रही. उनके पास कोई मुद्दे नहीं है. जब बीजेपी की सरकार थी तो छत्तीसगढ़ नक्सलगढ़ के नाम से जाना जाता था. बीजेपी की सरकार थी तब कांग्रेस के बड़े नेताओं की हत्या हुई थी. अब नक्सलवाद में कमी आई है तो भाजपा लाशों को लेकर राजनीति कर रही.
कांग्रेस के लाश पर राजनीति करने के आरोपों पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा, हमारे कार्यकर्ता लगातार मारे जाए और हम लोग चुपचाप बैठे रहे. कांग्रेस यही चाहती है. यदि कोई दूसरी घटना कांग्रेसियों के साथ घट जाए तो कांग्रेस सीबीआई, एसआईटी और न्यायायिक जांच की मांग करते हैं. झीरम के सबूत मुख्यमंत्री के जेब में है तो भी कुछ नहीं होता. झीरम की जांच एफबीआई, सीआईए से करवानी चाहिए.विधायक चंद्राकर ने कहा, हमारी जान मुर्गे के बराबर है. हमें एनआईए की जांच से आपत्ति नहीं है. छत्तीसगढ़ पुलिस और गृह मंत्री अक्षमता स्वीकार कर ले कि राज्य की एजेंसी से जांच नहीं करवा सकते. भूपेश बघेल कब से एनआईए और केंद्रीय संस्थाओं पर भरोसा करना सीख गए हैं. यह आश्चर्य का विषय है.
हुक्का बार का संचालन अवैध घोषित करने पर बीजेपी प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कहा, हुक्का में दारू को क्यों नही जोड़ देते? 5 कांग्रेसियों का नाम बता दूंगा जहां पुलिस हुक्काबार में घुस के बताए. हुक्का, ऑनलाइन सट्टा, जुआ ये कांग्रेस सरकार के मुख्य स्टार्टअप हैं. ये उनके लिए जनता की सेवा है. कल्याकारी राज्य की अवधारणा है. हुक्का बार को लेकर कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, हुक्का बार पर कार्रवाई की जा चुकी है. कहीं भी चोरी छिपे इस प्रकार की गतिविधियों में किसी की संलिप्तता दिखती है तो उसे भी बक्शा नहीं जाएगा.