जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष नवाज खान की प्रेस वार्ता
राजनांदगांव। अभी राजनांदगांव जिला गन्ना की खेती में लगभग शून्य है। इसके विपरीत पड़ोसी जिला कबीरधाम के किसान 20-25 साल की मेहनत की बदौलत गन्ना से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। आज वहां 2 शक्कर कारखाने हैं तो 400 गुड़ कारखाने भी हो गये हैं। राजनांदगांव जिला भी गन्ने की जलवायु के अनुकूल है। हम यहां के भी किसानों को गन्ने की खेती के लिये प्रोत्साहित करेंगे। इसके लिये मुझे प्रेरणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिली है। ये बातें आज दोपहर प्रेस क्लब भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के प्रशासक नवाज खान ने कही। धान की खेती से ज्यादा लाभदायक गन्ना को बताते हुए नवाज खान ने आगे बताया कि उन्होंने इसके संबंध में जिले के किसानों से चर्चा की है। एक साल से रिसर्च भी किया जा रहा है। अब इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि राजनांदगांव जिले में भी गन्ने की खेती शुरू की जानी चाहिए। उन्होंने कबीरधाम जिले में गन्ने की फसल के बढ़ते क्षेत्राच्छादन के 2018-19 से लेकर 2021-22 तक के आंकड़े भी दिये। गन्ना की खेती से होने वाले तरह-तरह के फायदे भी गिनाये और इसका उदाहरण भी दिया। कहा कि जल्द ही यहां से किसानों को लेकर इसकी खेती का अध्ययन करने कबीरधाम जायेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि सोच बदलनी है। फसल चक्र परिवर्तन करना है। धान की भी खेती होती रहेगी, लेकिन आर्थिक स्थिति और ज्यादा सुदृढ़ करने गन्ने की खेती को बढ़ावा देना आवश्यक हो गया है। जिले के मुढ़ीपार,ढारा,मुसरा,एलबी नगर,छुरिया,गैंदाटोला,भोलापुर,कुमर्दा,बादराटोला व उमरवाही आदि क्षेत्र के किसानों को उन्होंने इसके लिये प्रोत्साहित किया है। नवाज खान ने इस सुझाव का स्वागत किया कि कृषि विभाग की फसलों की सूची में गन्ने को भी शामिल किया जाये तथा इसकी भी फसल बीमा पहले ही सुनिश्चित की ली जाए।