बिलासपुर। सेवानिवृत्ति के बाद रखे गए ओवेशन समारोह में छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी ने कहा कि यहां आने से पहले मुझे बताया गया था कि छत्तीसगढ़ एक अच्छा राज्य है, यहां लोग अच्छे हैं। आने के बाद मैंने जैसा सोचा था उससे भी अच्छा पाया। जस्टिस गोस्वामी करीब डेढ़ साल छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस रहने के बाद शुक्रवार की शाम सेवानिवृत्त हो गए। हाई कोर्ट परिसर में न्यायाधीशों, न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं के बीच उनका ओवेशन हुआ। उन्होंने सहयोगी न्यायाधीशों, विधि अधिकारियों, अधिवक्ताओं और अपने स्टाफ को धन्यवाद देते हुए कहा कि आप सबसे मुझे पूरा सहयोग मिला। उन्होंने कहा कि अपने 11 साल के हाईकोर्ट के कार्यकाल में वे 10 स्थानों पर पदस्थ रहे। प्रत्येक राज्य की संस्कृति और वहां का रहन-सहन अलग होता है। हाईकोर्ट के कामकाज में भी स्थान और कार्य संस्कृति का असर होता है।
जस्टिस गोस्वामी ने कहा कि उनकी पत्नी ने घर को अच्छी तरह संभाल कर रखा, जबकि वह पेशे से चिकित्सक हैं। उनकी वजह से वह न्यायदान के अपने काम को अच्छी तरह से कर सके। उन्होंने कहा कि महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा के माध्यम से उन्होंने सरकार तक बातें पहुंचाई और मुझे हर काम में सहयोग मिला। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल वहाब खान ने याद किया कि जस्टिस गोस्वामी ने पिता के निधन की सूचना मिलने की बाद भी न्यायालयीन कार्य को ईमानदारी से संपादित किया। उन्होंने इस बात के लिए भी धन्यवाद दिया अब कॉज लिस्ट अधिवक्ताओं को 2 दिन पहले मिलेगा। विदाई के मौके पर फोटो सेशन हुआ और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।