बालोद /दल्लीराजहरा। खनिज नगरी दल्ली राजहरा जिसके गर्भ से निकले लौह अयस्क से भिलाई इस्पात संयंत्र ने देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया छत्तीसगढ़ प्रदेश को आर्थिक प्रगति प्रदान की। करोड़ो की रॉयल्टी देने वाला राजहरा नगर शासन, प्रशासन की उदासीनता के चलते अपना अस्तित्व खोता जा रहा है. इसका असर व्यापार पर भी देखने को मिल रहा है। नगर विकास की महत्वपूर्ण मांग को लेकर राजहरा व्यापारी संग लगातार संघर्ष करता रहा है। शासन,प्रशासन,रेल विभाग के नगर के विकास के प्रति कई वर्षो से लचर रुख अपनाने व केवल आश्वासन दे धरातल में कोई भी काम ना दिखने से निराश नगर के समस्त व्यापारियों ने शनिवार रात्रि 9 बजे अटल सदन में हुई बैठक कर बड़े आंदोलन की रूप रेखा तैयार कर ली है।इस बैठक में समस्त व्यापारियों ने अपनी अपनी बात रखी व एक मत होकर आंदोलन को सहमति प्रदान की।इसके पूर्व राजहरा व्यापारी संघ कर प्रतिनिधि मंडल ने अनुविभागीय अधिकारी योगेंद्र श्रीवास से मिल अपने मांग पत्र का ज्ञापन सौप आंदोलन की जानकारी पत्र के द्वारा दी।एसडीएम चर्चा में व्यापारियों ने कहा कि राजहरा के अस्तित्व की रक्षा के लिए यहां पहुंचे हुए हैं। 20 साल से हम वही मांग करते आ रहे हैं. अधिकारी बदल गए सरकार बदल गई और हमारे शहर का हुलिया भी बदल गया है।1लाख की जनसंख्या का नगर 40 हजार में पहुँच गया।रोजगार के कोई साधन नही कोई शासकीय उपक्रम नही बीएसपी सभी स्कूल बंद कर ली है। रेल सुविधा मिल नहीं रही।कुछ मिल रहा है तो वो है आश्वासन जिस पर एसडीएम द्वारा व्यापारी संघ की बीएसपी,रेलवे व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की बात कर आंदोलन पर विचार करने की बात कही गई। व्यापारी मंडल ने कहा की नगर के विकास की मांग को लेकर दल्ली से दिल्ली तक सभी प्रयास किये गए 20 दिसंबर को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से दिल्ली में व्यापारी संघ का प्रतिनिधि मंडल मिल मांग पत्र सौपा।
रेल विभाग से मांग – रेल्वे भूमि पर विगत 70 साल से बसे हुए सभी निवासरत् लोगों को पट्टा प्रदान किया जाये ।दल्ली राजहरा में वाशिंग यार्ड का निर्माण कराया जाये,दल्ली राजहरा से 3 दिन चलने वाली डेमू पैसेंजर ट्रेन को प्रतिदिन न्यायधानी बिलासपुर तक चलाये, अंतागढ़ से रायपुर तक प्रतिदिन चलने वाली डेमू पैसेंजर ट्रेन में बोगियों की संख्या बढ़ायी जाये ।जगदलपुर से रावघाट रेल लाईन निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया जाये ।दल्ली राजहरा से चंद्रपुर महाराष्ट्र तक रेल लाईन निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया जाये ।दुर्ग से चलने वाली ट्रेनों को दल्ली राजहरा से चलाया जाये ।रिजर्वेश काऊंटर को बढ़ाते हुए आरक्षण काऊंटर का समय बढ़ाया जाये।दुर्ग से चलने वाली ट्रेन को अंतागढ़ से नागपुर विशाखापट्टनम
चलाने की मांग की गई रेलवे के आला अधिकारियों को लगातार कई वर्षों से ज्ञापन दिया गया पर आज तक कोई कार्यवाही नही हुई।
शासन प्रशासन से मांग – राजहरा में औद्योगिक नगर के लिए कई बार सर्वे हो चुका है उसे आरम्भ किया जाये,दल्ली राजहरा नगर एवं चिखलाकसा की भूमि रजिस्ट्री का सरलीकरण किया जाये केन्द्रीय विद्यालय अगले सत्र से प्रारंभ करने, बालोद जिले का नाम बालोद दल्लीराजहरा संयुक्त जिला कर इसके कुछ विभागों राजहरा में लाने, नगर से बायपास सड़क का निर्माण, जल आवर्धन योजना, 100 बिस्तर अस्पताल का निर्माण शीघ्र किया जाये, नगर के 270 + 130 एकड़ भूमि पर बसे लोगों को निःशुल्क रजिस्ट्री कराकर स्थायी पट्टा प्रदान किया जाये,दल्ली राजहरा को पूर्ण तहसील की स्थापना की जाये,राजहरा नगर के डेम साइड, बोरडीह डेम व अन्य क्षेत्र को पर्यटक क्षेत्र के रूप में विकास करने कुछ मांग पूरी होने की बात की गई, बजट प्रस्तावित होने की बात कई वर्षों से की जाती रही पर आज तक धरातल में कोई भी काम नहीं हुआ है।
15 मार्च से आंदोलन प्रारंभ – राजहरा व्यापारी संघ ने एसडीएम को दिए ज्ञापन मे नगर के सामाजिक संगठन व राजनैतिक संगठनों व सभी जनप्रतिनिधियों के समर्थन के साथ मांग पूर्ण करने हेतु आंदोलन करने को बाध्य होकर 15 मार्च 2023 से धरना प्रदर्शन प्रारंभ किया जा रहा है। उसी कड़ी में आगे नगर बंद एवं चक्का जाम जैसे कदम हम उठाने को मजबूर होंगें जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी प्रशासन की होगी ।