लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया क्षेत्र में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा को डेंगू हो गया है. डेंगू से पीड़ित होने की पुष्टि होने के बाद उसे रविवार दोपहर जिला जेल से जिला अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. इससे पहले शनिवार को आशीष मिश्रा को पुलिस हिरासत से वापस जिला जेल भेजना पड़ा था, क्योंकि जांचकर्ताओं ने उसे बुखार के कारण पूछताछ के लिए चिकित्सीय रूप से अयोग्य पाया था.
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और तिकुनिया मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के सदस्य अरुण कुमार सिंह ने आशीष मिश्रा के डेंगू से पीड़ित होने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि बुखार और डेंगू से पीड़ित होने के कारण पूछताछ के लिए चिकित्सीय रूप से अनुपयुक्त होने की वजह से आशीष मिश्रा को वापस जिला जेल भेज दिया गया.
रविवार की सुबह लखीमपुर खीरी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शैलेंद्र भटनागर ने डॉक्टरों के पैनल के साथ जिला जेल पहुंचकर आशीष मिश्रा का परीक्षण किया. बाद में भटनागर ने संवाददाताओं से कहा, “कल रात इकट्ठा किए गए नमूने (आशीष मिश्रा के) में डेंगू के लक्षण मिले. उन्होंने कहा कि ताजा नमूना आगे के विश्लेषण के लिए लखनऊ भेजा गया था. उन्होंने कहा कि आशीष मिश्रा का रक्त शर्करा स्तर गंभीर पाया गया, जबकि इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम में कुछ बदलाव देखे गए, जिन्हें जिला अस्पताल में चिकित्सा विशेषज्ञ पैनल की निगरानी में इलाज के लिए लाया गया. उन्होंने कहा, “आशीष मिश्रा को जिला अस्पताल में निगरानी में रखा जाएगा और रिपोर्ट के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा.” बाद में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आशीष मिश्रा को जिला अस्पताल में सुरक्षित कक्ष में भेज दिया गया.
आशीष मिश्रा समेत तीन अन्य को पूछताछ के लिए शुक्रवार शाम को दो दिन के लिए अदालत से पुलिस हिरासत में लिया गया था. इस बीच, शनिवार को गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों मोहित त्रिवेदी, रिंकू राणा और धर्मेंद्र को शनिवार शाम को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. जांचकर्ताओं ने उनकी 14 दिन की पुलिस हिरासत के लिए आवेदन दिया. इन तीनों को पुलिस हिरासत में भेजे जाने की अर्जी पर सोमवार को सुनवाई होगी.
हिंसा में हुई थी आठ लोगों की मौत
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया क्षेत्र में तीन अक्टूबर को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के एक बयान से आक्रोशित किसानों द्वारा मंत्री के पैतृक गांव में आयोजित समारोह में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ हत्या समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया और मामले में अब तक 13 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं.