नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मंगलवार को कांग्रेस से दूरी बनाते हुए अडानी मुद्दे पर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया। संसद सत्र के दौरान कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार और मंगलवार को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई। इस बैठक में भी टीएमसी सांसद और प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए। हालांकि टीएमसी को छोड़कर इस बैठक में 17 दलों के नेताओं ने भाग लिया।
इसमें कांग्रेस, डीएमके, सीपीएम, जेडीयू, आरजेडी, एनसीपी, एसपी, जेडीयू, एसएस (उद्धव), एएपी, सीपीआई, जेएमएम, आईयूएमएल, एमडीएमके, एनसी, वीसीके, केसी के सांसदों ने हिस्सा लिया, लेकिन इसमें भी टीएमसी के सांसद उपस्थित नहीं थे। इसके बाद अडानी मामले में कांग्रेस के आरोप को लेकर तमाम विपक्षी पार्टियां विजय चौक पहुंची, लेकिन इस दौरान भी टीएमसी सांसद वहां मौजूद नहीं थे। दूसरी ओर, टीएमसी सांसदों ने मंगलवार को संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने अडानी के मुद्दे पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। टीएमसी के सांसद मंगलवार एलआईसी के अदानी में निवेश करने के मुद्दे को उठा रहे हैं। वहीं कांग्रेस आम आदमी पार्टी, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने भी इसे सदन में उठाया। इससे पहले तृणमूल नेता ममता बनर्जी ने दस दिन पहले सागरदिघी विधानसभा सीट हारने के बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच ‘दुर्भाग्यपूर्ण सांठगांठ’ की बात कही थी।