लिथियम भंडार के उपयोग से भारत बनेगा दुनिया का नंबर-1 ईवी निर्माता- गडकरी

केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari ने शुक्रवार को कहा कि अगर भारत जम्मू-कश्मीर में हाल ही में खोजे गए लिथियम के भंडार का सही उपयोग करे, तो हम इलेक्ट्रिक वाहन खंड में दुनिया का नंबर एक वाहन निर्माता बन सकते हैं. Nitin Gadkari के मुताबिक देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने की जरूरत है और आने वाले समय में Electric Bus का जोर रहेगा.

ऐसे बनेंगे दुनिया में नंबर-1

Nitin Gadkari ने शुक्रवार को कहा कि अगर भारत हाल ही में जम्मू-कश्मीर में खोजे गए लिथियम के भंडार का पूरा उपयोग कर लेता है तो यह दुनिया का नंबर एक वाहन निर्माता देश बन जाएगा. साथ ही Nitin Gadkari ने कहा कि इलेक्ट्रिक बस देश के पब्लिक ट्रांसपोर्ट का भविष्य हैं. अब तक देश में हर साल 1,200 टन लिथियम आयात किया जाता था. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) द्वारा रियासी जिले में लिथियम के अनुमानित 5.9 मिलियन टन रिजर्व की खोज की गई थी. अगर देश में मिले लिथियम रिजर्व का उपयोग कर लिया जाएगा तो भारत विश्व का सबसे बड़ा वाहन बाजार बन जाएगा.

जम्मू कश्मीर में 59 लाख टन लिथियम होने का अनुमान

बता दें जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) ने रियासी जिले में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और सोलर पैनल की मैनुफैक्चरिंग के लिए जरूरी खनिज लिथियम का पता लगाया है. अनुमान है कि यह भंडार 59 लाख टन का है. जम्मू-कश्मीर के माइनिंग सेकेटरी अमित शर्मा ने PTI को बताया कि लिथियम काफी दुर्लभ संसाधन है. यह पहले भारत में उपलब्ध नहीं था और हम इसका 100 फीसदी आयात कर रहे थे.

GSI की G3 (एडवांस) स्टडी के अनुसार, रियासी के सलाल गांव में माता वैष्णो देवी तीर्थ की तलहटी में अच्छी मात्रा में बेहतर क्वालिटी वाला लिथियम उपलब्ध है.

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