नई दिल्ली. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि भारत की इकोनॉमी पिछले कुछ समय में काफी बेहतर हुई, जो दुनिया के लिए उदाहरण बन सकती है. उन्होंने कहा कि रेटिंग एजेंसियों के मुताबिक भारत 2027 में दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी में शामिल हो जाएगा. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने News18 Rising India Summit में कहा कि अमृत काल के समापन यानी आजादी के 100 साल होने तक भारत दुनिया की टॉप इकोनॉमी बन जाएगा. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि GST और इनकम टैक्स के कलेक्शन में जो बढ़ोतरी हुई है, वो कुछ साल पहले तक कल्पना से परे था.
नेटवर्क18 के दो दिवसीय लीडरशिप कॉन्क्लेव राइजिंग इंडिया समिट-2023 का आज दूसरा दिन है. आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हमें ‘अपना टाइम आएगा’ कहते हुए काफी समय हो गया है. लेकिन आज मैं सबके सामने यह कहना चाहता हूं कि ‘अपना टाइम आ गया.’ राजनाथ सिंह ने राइजिंग इंडिया समिट 2023 में कहा कि यह राइजिंग इंडिया है. अपने भाषण में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय इकोनॉमी बहुत तेजी से बढ़ रही है और यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अब दुनिया की ‘फ्रेजाइल 5 से फैबुलस 5’ (Fragile 5 to Fabulous 5) इकोनॉमी में बदल गई है.
आईटी सेक्टर में देश ने की बड़ी तरक्की
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश ने आईटी सेक्टर के हर क्षेत्र में बहुत तरक्की की है. देश में पहले मोबाइल फोन का आयात होता था, मगर अब यहां से बने मोबाइल फोन पूरी दुनिया में निर्यात हो रहे हैं. एप्पल ने इस साल 1 अरब डॉलर के फोन का निर्यात भारत से किया है. देश में आज सबसे सस्ती मोबाइल डाटा सर्विस मौजूद है. भारत में 5जी सेवा इंटरनेट सेवा शुरू हो चुकी है और 6जी की तैयारी अभी से चालू हो गई है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत का सालाना निर्यात पहले केवल 300 अरब डॉलर का होता था. जबकि इस साल के आंकड़ों के मुताबिक भारत ने 750 अरब डॉलर का निर्यात किया है. इस साल देश में सबसे ज्यादा विदेशी निवेश (FDI) आया है.
डिफेंस में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा रहे कदम
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अब डिफेंस के सेक्टर में तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहा है. सेनाओं के लिए पहले जो हथियार और दूसरे साजो-सामान विदेश से आते थे, रक्षा मंत्रालय ने उन्हें देश में ही बनाने का फैसला किया है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हमारी सेनाओं के लिए गोला-बारूद अब स्वदेशी कंपनियों से ही खरीदे जाएंगे. इसके लिए हमने घरेलू उद्योगों के लिए खरीद का एक निश्चित हिस्सा आरक्षित किया है. वित्त वर्ष 2023-24 के लिए इस हिस्से को बढ़ाकर 75 फीसदी कर दिया गया है, जो करीब एक लाख करोड़ रुपये होगा.’ रक्षामंत्री राजनाथ ने कहा, ‘हम न केवल अपने लिए उत्पादन कर रहे हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर दूसरे देशों को हथियार और उपकरण भी निर्यात कर रहे हैं. 2014 से पहले भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट केवल 900 करोड़ रुपये होता था. आज PM नरेंद्र मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल में यह आंकड़ा 15000 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है. यह आत्मनिर्भर भारत की सफलता को दिखाता है.’