
लोकसभा से निष्कासित हो चुके कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि बेनामी शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ किसके हैं? तमाम दिग्गज कांग्रेस नेताओं के साथ उनके गुजरात के कोर्ट में पेश होने पर बीजेपी के बयान पर भी उन्होंने पलटवार किया.
राहुल गांधी ने कहा, ‘क्या बीजेपी समझती है की तानाशाही आ चुकी है? पहले कह रहे थे अपील क्यों नहीं करते? जब गए तो कह रहे हैं बहनजी के साथ क्यों गए? ये आरोप जब बीजेपी लगाती है तो मन की कालिख नजर आती है. हमारे न्याय मंत्री को बोलने के पहले शर्म आनी चाहिए.’
ममता बनर्जी के बयान पर राहुल गांधी ने कहा कि बंगाल हिंसा में पूरी तरह केंद्र की सरकार असफल है, जो दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र में हो रहा है. बीजेपी घबरा गई है. महंगाई पर आम आदमी नाराज है, चीन के मुद्दे पर हमारी सरकार खामोश है. ये एक कमजोर सरकार है और ये इसकी कायरतापूर्ण हरकत है.
बीजेपी नेता दिलीप घोष के बयान पर राहुल गांधी ने कहा, ‘हिन्दुस्तान हमारा था, है और रहेगा, इसे अफगानिस्तान बनाने का सपना न देखें.’
इसके अलावा चीन द्वारा अरुणाचल के 11 जगहों के नाम बदलने पर उन्होंने कहा कि 2016 से शुरुआत हुई. अब 11 हमारे गांव पर्वतों और नदियों के नाम बदल दिए और हमारी सरकार मुंह सिले बैठी है. क्या कमजोरी है मोदी सरकार की कि चीन के सामने थर-थर कांपते हैं.
CEC की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, वीरप्पा मोइली, अंबिका सोनी, रणदीप सुरजेवाला, मोहसिना किदवई, के से वेणुगोपाल, सिद्धारमैया और कर्नाटक से पीसीसी और विपक्ष के नेता मौजूद रहे.

































