बर्फीली तबाही;6 की मौत, करीब 150 टूरिस्ट फंसे, 80 बर्फ के नीचे दबे

Sikkim Avalanche: सिक्किम के लोकप्रिय पर्यटन स्थल गंगटोक से बुरी खबर सामने आई है. गंगटोक में मंगलवार को हिमस्खलन ने भारी तबाही मचाई है. हिमस्खलन की चपेट में आकर 6 लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों के मुताबिक 11 लोग घायल बताए जा रहे हैं. घटना के तुरंत मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. तकरीबन 350 लोगों को घटनास्थल से सुरक्षित निकाल लिया गया है. मरने वालों में चार पुरुष, एक महिला और एक बच्चा बताया जा रहा है. हिमस्खलन मंगलवार की दोपहर तकरीबन साढ़े 12 बजे हुआ. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक यह हादसा गंगटोक और नाथुला दर्रे को कनेक्ट करने वाले जवाहरलाल नेहरू रूट पर हुआ. हिमस्खलन के बाद बर्फ में और भी लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है.

इस हादसे ने प्रशासन और पुलिस व्यवस्था को हिलाकर रख दिया है. हादसे में घायलों को राज्य की राजधानी गंगटोक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. नाथुला इलाके में हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद 22 पर्यटकों को तुरंत बचा लिया गया था. हादसे के बाद सड़क मार्ग भी अवरुद्ध हो गया था. सड़क से बर्फ हटाने के बाद बर्फ में फंसे 350 पर्यटकों और 80 वाहनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने हादसे के बारे में पूछे जाने पर बताया कि मौके पर बचाव और निकासी अभियान अभी भी जारी है. नाथुला चीन की सीमा पर स्थित है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. यहां हर साल लाखों पर्यटक घूमने के लिए जाते हैं. बीआरओ ने बताया कि डेढ़ घंटे तक बर्फ में दबे रहने के बाद एक महिला को बचा लिया गया. फिलहाल उसका इलाज गंगटोक के एसटीएनएम अस्पताल में चल रहा है.

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अनुसार, हिमस्खलन ने गंगटोक को नाथुला दर्रे से जोड़ने वाली 14वीं जवाहरलाल नेहरू रोड पर दोपहर करीब 12:15 बजे हिमस्खलन हुआ, जिसमें 25-30 पर्यटक बर्फ के नीचे फंस गए. चेकपोस्ट के महानिरीक्षक सोनम तेनजिंग भूटिया द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, “पास केवल 13वें मील के लिए जारी किए जाते हैं, लेकिन पर्यटक बिना अनुमति के 15वें मील की ओर जा रहे हैं. यह घटना 15वें मील में हुई.”

एसपी ने कहा है कि जब हिमस्खलन हुआ तो पर्यटक 17वें मील पर थे. जहां पर्यटकों को जाने की बिल्कुल भी अनुमति नहीं है.

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