चिड़ियाघर में 6 शावकों के पिता बब्बर शेर ‘जय’ की मौत: 2012 में छत्तीसगढ़ से लाया गया था मध्य प्रदेश

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर स्थित चिड़ियाघर में उम्र दराज बब्बर शेर की मौत हो गई है. 16 साल की उम्र में 6 शावकों के पिता बब्बर शेर जय ने दम तोड़ दिया है. बीमार होने के बाद उसे चलने-फिरने में भी काफी कठिनाई हो रही थी. विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने जय का पोस्टमार्टम किया. उसके बाद फॉरेस्ट अफसर की मौजूदगी में चिड़ियाघर में ससम्मान जय का अतिम संस्कार किया गया. जय की मौत के बाद चिड़ियाघर में मायूसी छा गई.

बताया जा रहा है कि चिड़ियाघर में महीने भर से शेर जय बीमार था. जय ने 3 दिन पहले खाना-पीना छोड़ दिया था. जय के बीमार होने की सूचना मिलते ही चिड़ियाघर प्रबंधन ने पशु चिकित्सा विभाग के डाक्टरों का दल बुलाकर जय का स्वास्थ्य परीक्षण कराया था. परीक्षण के बाद टीम ने वृद्धावस्था के चलते समस्याएं होने का कारण बताया और जय के लिए चिकन, चिकन सूप सहित अन्य विशेष आहार देने के लिए कहा था.

उम्र दराज होने के चलते जय के दांत घिस चुके थे. यही वजह कि उसे खाने पीने में भी दिक्कत हो रही थी. पिछले 3 दिनों से तो जय ने खाना-पीना पूरी तरह से बंद कर दिया था. विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम जय की सेहत की मॉनिटरिंग कर रही थी. लेकिन शनिवार दोपहर जय ने आखिरकार अंतिम सांस ली. जय की मौत के बाद चिड़ियाघर में मायूसी छा गई.

2012 में छत्तीसगढ़ के रायपुर जू से ग्वालियर लाया गया था. उस समय उसकी उम्र लगभग 5 साल थी. साल 2018 में जय और रानी के तीन शावकों ने जन्म लिया था. 28 साल बाद ऐसा मौका था जब ग्वालियर चिड़ियाघर में बब्बर शेर के तीन शावकों का जन्म हुआ था. इसके बाद पिछले साल भी जय तीन शावकों का पिता बना था. इस तरह ग्वालियर ज़ू में आने के बाद जय 10 साल में 6 शावकों का पिता बना था. वहीं वर्तमान में अब ग्वालियर चिड़ियाघर में 2 फीमेल और 3 मेल बब्बर शेर सैलानियों के लिए मौजूद रहेंगे.

भारत में बब्बर शेर की औसत उम्र 14 से 16 वर्ष होती है. आज 16 साल की उम्र पूरी करने के बाद बब्बर शेर जय ने अंतिम सांस ली. विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. उसके बाद फॉरेस्ट अफसर की मौजूदगी चिड़ियाघर में ससम्मान जय का अतिम संस्कार किया गया. उसे अंतिम विदाई दी गई.

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