Bihar CM Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 के आम चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने के उद्देश्य से विपक्षी नेताओं से बातचीत करने की अटकलों के बीच मंगलवार को दिल्ली पहुंचे. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक नीतीश अपने दिल्ली प्रवास के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने से पहले राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करेंगे.
7 महीने बाद दिल्ली में नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री मंगलवार शाम करीब पौने चार बजे पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे. वह कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं. गौरतलब है कि नीतीश ने पूर्व में कई मौकों पर कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए हाथ मिलाने की सलाह दे चुके हैं.
नीतीश ने फरवरी महीने में पटना में आयोजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले) जो कि बिहार की महागठबंधन सरकार का बाहर से समर्थन कर रही है, के 11वें आम सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि एक संयुक्त मोर्चा बीजेपी को 100 से कम सीटों पर समेट देगा.
उन्होंने कहा था, मैं चाहता हूं कि आप लोग (कांग्रेस) जल्द निर्णय लें. अगर वे मेरा सुझाव मान लेते हैं और एक साथ लड़ते हैं तो वे (बीजेपी) 100 सीटों से नीचे चले जाएंगे, लेकिन अगर वे मेरा सुझाव नहीं मानेंगे तो आप जानते हैं कि क्या होगा. नीतीश ने यह भी दोहराया था कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है या वह पद के दावेदार थे.
इससे पहले नीतीश पिछले साल सितंबर में दिल्ली गए थे, जहां उन्होंने शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, डी राजा, सीताराम येचुरी और अखिलेश यादव से मुलाकात की थी. हालांकि मुख्यमंत्री की दिल्ली की नवीनतम यात्रा और उनके विपक्ष को एकजुट करने के बार-बार के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री बनने का सपना कभी पूरा नहीं होगा क्योंकि देश के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेतृत्व में विश्वास है. विपक्षी नेताओं में बिल्कुल भी एकता नहीं है.