डोंगरगढ़। राजनांदगांव जिले में मेढा सोसाइटी के प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा के किसानों के साथ केसीसी लोन में फर्जीवाड़ा करने के मामले और इससे पीड़ित ग्राम खलारी के एक किसान परिवार में बेटे की जहर खाकर आत्महत्या करने की खबर को सभी मीडिया ने प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद शासन-प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच की और सोसाइटी प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा को बर्खास्त कर दिया था। अब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि, पिछले दिनों बड़ी संख्या में ग्रामीण डोंगरगढ़ पुलिस थाना पहुंचे और सोसाइटी प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि, कुलदीप विश्वकर्मा ने किसानों की केसीसी राशि आहरण कर लिया है और उन्हें धोखा दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी कुलदीप विश्वकर्मा को बर्खास्त कर दिया और मामले की जांच में जुटी हुई थी। जांच के बाद अब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। एमएन साहू थाना प्रभारी डोंगरगढ़ ने बताया कि, मामले की विवेचना अब भी जारी है। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है और अब उसे न्यायलय पेश किया जाएगा।
राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ ब्लॉक में मेढा सोसाइटी के प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना में लाखों का घोटाला किया। किसानों के लाखों की राशि के आहरण की जानकारी मिलने से सभी किसान हताश हो गए। वहीं खलारी के एक किसान परिवार में बाप और बेटे के बीच केसीसी को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद आनंद राम, पिता भागीरथी कंवर, उम्र 35 वर्ष ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों के रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।