समय के साथ-साथ भारत में SMS स्पैम के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है. आए दिन SMS के जरिए होने वाले धोखाधड़ी की खबरें सामने आती रहती हैं. स्कैमर्स बिना सोचे-समझे व्यक्तियों को फर्जी टेक्स्ट मैसेज भेज रहे हैं. यूजर्स को ये SMS अपने बैंक अकाउंट, पैन, आधार कार्ड या अन्य संबंधित दस्तावेजों को अपडेट करने को कहते हैं. इन मैसेज को लोगों को धोखे से स्कैमर की योजनाओं में फंसाने और वित्तीय जानकारी हासिल करने के उद्देश्य से डिजाइन किया जाता है. एसे स्कैम एसएमएस से राहत दिलाने के लिए पॉपुलर स्मार्टफोन एप्लीकेशन ट्रू कॉलर ने यूजर्स के लिए ऐप में एआई आधारित एक नया टूल पेश किया है.
Truecaller ने बताया कि पिछले तीन महीनों में भारत में 100 मिलियन से अधिक लोगों को कम से कम एक धोखाधड़ी वाला SMS प्राप्त हुआ है. ये घोटाले नकली बिल, नौकरी की पेशकश, बैंक धोखाधड़ी, केवाईसी से संबंधित धोखाधड़ी, लॉटरी घोटाले, दान घोटाले और कई अन्य प्रकारों से हो सकते हैं.
इसलिए ट्रूकॉलर ने एआई आधारित इस नए फिचर की पेशकश की है जिससे एक स्पष्ट चिह्न के साथ धोखाधड़ी वाला एसएमएस पर रेड अलर्ट मिलता है. नया फीचर रेड नोटिफिकेशन के जरिए फ्रॉड मैसेज की पहचान कर यूजर को सचेत करेगा. ट्रूकॉलर की ओर से यूजर को फ्रॉड की स्थिति में एक नोटिफिकेशन भेजा जाएगा. इस नोटिफिकेशन के जरिए यूजर को मैसेज पर किसी भी तरह के एक्शन को न लेने के लिए कहा जाएगा. जिससे उपयोगकर्ता इस तरह के स्कैम से बच पाएंगे. यह नोटिफिकेशन तब तक स्क्रीन पर रहता है जब तक कि इसे मैन्युअल रूप से खारिज नहीं किया जाता है. यह फ्रॉड प्रोटेक्शन फीचर यूजर फीडबैक और ट्रूकॉलर की मशीन-लर्निंग तकनीक के मदद से धोखाधड़ी वाले एसएमएस का पता लगाता है.
यह फिचर उन लोगों के लिए मददगार साबित हो सकता है जो धोखाधड़ी की पहचान करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं और स्कैमर्स के जाल में फंस जाते हैं. सभी एंड्रॉइड उपयोगकर्ता यह फ्रॉड प्रोटेक्शन फीचर का उपयोग फ्री में कर सकते हैं. बता दें कि बिना किसी उपयोगकर्ता की रिपोर्ट के बिना भी मसिन लर्णिंग के उपयोग से सिस्टम नए प्रकार की धोखाधड़ी का पता लगा सकता है.