भूपेश बघेल के बजरंग दल को बैन करने की बात को लेकर आक्रोशित हुए बजरंगी
राजनांदगांव। कर्नाटक में हो रहे चुनावों पर में कांग्रेस द्वारा जारी घोषणा पत्र पर बजरंग दल एवं पीएफआई जैसे संगठनों पर बैन को लेकर सियासत गरमा गई है। भाजपा और बजरंग दल इस घोषणा के बाद से ही आक्रामक हो गई है। छग में भी जरूरत पड़ने पर बजरंग दल बैन वाले बयान पर सीएम घिर गए है, जिसके बाद राजनांदगांव में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा छग सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का पुतला फूंका गया। इस प्रदर्शन में सैकड़ों बजरंगी सहित भाजपा के नेतागण शामिल हुए।
बजरंग दल जिला सयोजक सुनिल सेन ने बताया कि सीएम लगातार हिंदू संगठन बजरंग दल पर लांछन लगाने में प्रयासरत रहते है। कभी गुंडे शब्द से संबोधित करते है, कभी उन्हें सुधार देने और प्रतिबंध लगाने की बात करते है, परन्तु वे ये भूल गए है कि यह तोड़ने की राजनीति उनके ज्यादा साथ नहीं देने वाली है। भारत की जनता सहित छत्तीसगढ़ की प्रत्येक जनता बजरंग दल के सेवा कर्मो को जानती है और भली-भांति परिचित है और एक प्रयास उनके केंद्रीय नेतृत्व ने भी किया था आरएसएस पर प्रतिबंध लगाकर और जिसका हर्जाना आज के काल में कांग्रेस भुगत रही है। आज पुतला दहन कर बजरंगियों में अपना आक्रोश व्यक्त किया है और आगामी चुनाव में बजरंग दल हिंदू समाज के साथ खड़ा रहेगा और कांग्रेस की फ्री की स्कीम और चुनावी जामुलो की सच्चाई समाज के सामने रखी जाएगी तथा इस हिंदू विरोधी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंका जाएगा।