Pakistan Supreme Court on Imran Khan arrest: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की गिरफ्तारी पर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट (Pakistan Supreme Court) ने बड़ी टिप्पणी की है और गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताया है. इमरान खान की अर्जी पर पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए गिरफ्तारी के तरीके पर तल्ख टिप्पणी की है और गिरफ्तारी के तरीके पर भी सवाल उठाए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कोर्ट के अंदर डर फैलाकर इमरान खान की गिरफ्तारी हुई. कोर्ट ने इसको लेकर NAB को कड़ी फटकार भी लगाई. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान को 1 घंटे से अंदर कोर्ट में पेश करने के आदेश भी दिए हैं.
इमरान की गिरफ्तारी के बाद सेना में नाराजगी
इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के फैसले से पाकिस्तानी सेना में नाराजगी है. पेशावर, क्वेटा और लाहौर के कोर कमांडर जनरल असीम मुनीर से नाराज हैं. इसके अलावा पाकिस्तानी एयर चीफ और नेवी चीफ भी असीम मुनीर से नाराज हैं. असीम मुनीर के खिलाफ कारवाई के लिए ये दोनों चीफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति के पास जाने की तैयारी कर रहे हैं. पेशावर, क्वेटा और लाहौर के कोर कमांडर ने रावलपिंडी के पाकिस्तानी सेना हेडक्वार्टर से इमरान समर्थकों पर करवाई करने के आदेश को मानने से इनकार किया है. इन तीनो कोर कमांडर्स के घरों पर इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पीटीआई समर्थकों ने हमला भी किया था, जिसकी वजह से उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा.
पाकिस्तान में गृह युद्ध जैसे हो गए हैं हालात
पाकिस्तान में इमरान खान (Imran Khan) की गिरफ्तारी के बाद से ही पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में इमरान के समर्थकों ने जमकर हिंसा और आगजनी की है. इसके बाद पूरे देश में गृह युद्ध जैसे हालात हो गए हैं. लाहौर से लेकर पेशावर तक और गिलगित-बाल्टिस्तान तक हर तरफ इमरान के समर्थकों ने तांडव मचा रखा है. जगह जगह तोड़फोड़ कर रहे हैं, पुलिस की गाड़ियों में आग लगा रहे हैं और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे है.
पेशावर में उतारने पड़े हैं आर्मी टैंक
पेशावर में इमरान खान (Imran Khan) समर्थकों को रोकने के लिए पुलिस को गोलियां भी चलाई पड़ी और आर्मी टैंक तक उतारने पड़े हैं. पुलिस की गोलीबारी में 4 इमरान समर्थकों की मौत हो गई. पाकिस्तान में इमरान समर्थकों के प्रदर्शन को देखकर लगने लगा है कि पाकिस्तान अब गृह युद्ध के मुहाने पर खड़ा हो गया है और हिंसा को रोकन के लिए पाकिस्तान की सड़कों पर सेना को तैनात कर दिया गया है.