नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर-मंतर में पहलवानों का धरना लगातार जारी है. इस बीच जन संघर्ष यात्रा खत्म कर राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पहलवानों से मिलने पहुंचे. हालांकि पहले से ही सचिन पायलट के आने के कयास लगाए जा रहे थे. इससे पहले कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला भी जंतर मंतर पहुंचे थे. उन्हेंने अपने ट्वीट में केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था,’मोदी जी, आप नारी सशक्तिकरण और बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओंका नारा देते हैं.आपके नारे की हकीकत 26 दिनों से जंतर-मंतर पर दिख रही है.’
इधर, डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों ने मंगलवार को संकेत दिया कि वे अपने आंदोलन को रामलीला मैदान ले जा सकते हैं जिससे कि इसे ‘राष्ट्रीय आंदोलन’ बनाया जा सके. ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक तथा एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता विनेश फोगाट सहित भारत के शीर्ष पहलवान पिछले कई दिनों से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वे बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं जिस पर एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों ने कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
21 मई को बड़ा फैसला लेने की दी धमकी
विनेश फोगाट ने आरोप लगाया कि उनके धरने में बाधा डाली जा रही है. जिसके चलते पहलवानों का गुस्सा सर चढ़कर बोल रहा है. पहलवानों ने इस आंदोलन को अब विश्व स्तर पर ले जाने का फैसला किया है. पहलवानों ने आरोप लगाते हुए बताया कि अगर बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी पर ध्यान नहीं दिया गया तो वह अन्य देशों के एथलीटों से संपर्क करेंगे.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी नहीं हुई 21 मई को इस आंदोलन को वैश्विक स्तर पर पहुंचा देंगे. 2018 जकार्ता एशियाई खेलों की गोल्ड मेडलिस्ट विनेश ने कहा, ‘हम इस प्रदर्शन को विश्व स्तर पर ले जाएंगे. हम अन्य देशों के ओलंपियन और ओलंपिक पदक विजेताओं से संपर्क करेंगे. हम उन्हें पत्र लिखकर उनसे समर्थन मांगेंगे.’