कर्नाटक. कर्नाटक में बेंगलूरू के कांतीरावा स्टेडियम में बतौर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और उपमुख्यमंत्री के रूप में डीके शिवकुमार ने शपथ ली। इस मौके पर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती देख राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा की याद आई। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा प्यार लेकर आई। इस यात्रा ने नफरत को खत्म कर दिया।
राहुल गांधी ने बताया कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के पीछे का कारण
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जीत का एकमात्र कारण कर्नाटक में गरीबों, दलितों और सभी के साथ खड़ा होना है।
कर्नाटक की जनता ने बीजेपी के पैसे और ताकत को हराया:
राहुल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक की जनता ने ‘भाजपा की नफरत और धनबल’ को हरा दिया है, साथ ही पार्टी द्वारा किए गए पांच गारंटियों को भी पूरा करना सुनिश्चित किया है। राज्य में नई कांग्रेस सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में सिद्दारमैया और डी.के. शिवकुमार ने कैबिनेट के अन्य सदस्यों के साथ क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। यहां कांटीरवा स्टेडियम में चल रहे कार्यक्रम में राहुल ने पार्टी को सत्ता में लाने में मदद करने के लिए राज्य के लोगों को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, आपने कांग्रेस का पूरा समर्थन किया। कांग्रेस की जीत के बाद बहुत कुछ लिखा गया कि यह चुनाव कैसे जीता, अलग-अलग विश्लेषण किए गए, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि कांग्रेस जीत गई, क्योंकि हम गरीबों, दलितों और आदिवासियों, पिछड़ों के साथ खड़े थे। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा, हमारे पास सच्चाई थी, गरीब लोग हमारे साथ थे। भाजपा के पास पैसा, ताकत और सब कुछ था, लेकिन कर्नाटक के लोगों ने इसे हरा दिया। राहुल ने कहा,उन्होंने (लोगों ने) भाजपा के भ्रष्टाचार को भी हराया। उन्होंने नफरत को भी हराया। हमने नफरत को मिटा दिया और प्यार लाया। नफरत के बाजार में हमने प्यार की कई दुकानें खोल दी हैं। नफरत को मिटाया, मोहब्बत जीती। राहुल गांधी ने लोगों को पार्टी द्वारा घोषित पांच गारंटियों को पूरा करने के लिए भी सुनिश्चित किया। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 135 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा 66 पर सिमट गई और जेडी-एस केवल 19 जीतने में सफल रही।
कार्यक्रम में एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सीपीएम महासचिव सीताराम याचुरी, सीपीआई महासचिव डी. राजा, एनसीपी के दिग्गज नेता शरद पवार शामिल हैं।
तमिल सुपरस्टार कमल हासन, कन्नड़ सुपर स्टार शिवराज कुमार, लोकप्रिय अभिनेता दुनिया विजय, अभिनेत्री से नेता बनीं राम्या, अभिनेत्री निश्विका नायडू, वरिष्ठ अभिनेत्री से नेता बनीं उमाश्री और फिल्म निर्देशक, निर्माता वी. राजेंद्र सिंह बाबू भी कार्यक्रम में शामिल हुए।