India-US Relations: यूएस यात्रा 2023, भारत-यूएस संबंध, यूएस में भारतीय समुदाय, यूएस में भारतीय, पीएम मोदी का विदेश दौरा, पीएम मोदी की यूएस की पहली राजकीय यात्रा, नरेंद्र मोदी न्यूज, जो बाइजेन, व्हाइट हाउस, जिल बाइडेन, भारत-यूएस संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले महीने होने जा रही अमेरिका यात्रा को लेकर यूएस में भारतीय समुदाय में खासा क्रेज है. पीटीआई के मुतबिक भारतीय-अमेरिकियों का पीएम मोदी का ग्रैंड वेलकम करने का प्लान बना रहे हैं और इसके लिए 18 जून को अमेरिका के 20 बड़े शहरों में ‘भारत एकता दिवस’ मार्च आयोजित किया जाएगा.
पीटीआई के मुताबिक भारतीय अमेरिकी समुदाय के नेता और ‘ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ भाजपा’-यूएसए के राष्ट्रीय अध्यक्ष अडापा प्रसाद ने कहा, ‘भारतीय अमेरिकी समुदाय पीएम मोदी की यात्रा को लेकर बहुत उत्साहित है. समुदाय वाशिंगटन डीसी में राष्ट्रीय स्मारक पर 18 जून को एकत्रित हो रहा है.’
प्रतिष्ठित स्थानों पर निकाला जाएगा स्वागत मार्च
प्रसाद ने बताया, ‘और वाशिंगटन स्मारक से लिंकन स्मारक तक ‘भारत एकता दिवस’ मार्च निकाला जाएगा और पीएम मोदी का स्वागत किया जाएगा.’ उन्होंने रविवार को कहा कि इसके साथ ही, यूएस भर में लगभग 20 जगहों पर पूर्व से पश्चिम तक, उत्तर से दक्षिण तक, प्रमुख शहरों को शामिल करते हुए, न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वायर और सैन में फ्रांसिस्को गोल्डन ब्रिज जैसे प्रतिष्ठित स्थानों पर स्वागत मार्च होंगे. उन्होंने बताया कि इसके लिए तैयारियां जारी हैं.
पीटीआई के मुताबिक जिन अन्य शहरों में मार्च निकाले जाएंगे उनमें बोस्टन, शिकागो, अटलांटा, मियामी, टेम्पा, डलास, ह्यूस्टन, लॉस एंजिलिस, सैक्रामेंटो, सैन फ्रांसिस्को, कोलंबस और सेंट लुइस शामिल हैं.
पहली बार राजकीय यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी
बता दें पीएम मोदी जून में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रथम महिला जिल बिडेन के निमंत्रण पर अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर जाएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति और प्रथम महिला 22 जून को राजकीय डिनर में मोदी की मेजबानी भी करेंगे.
गौतरलब है कि 2014 में सत्ता संभालने के बाद से पीएम मोदी कई बार अमेरिका की यात्रा कर चुके हैं. उन्होंने तीन अमेरिकी राष्ट्रपतियों- बराक ओबामा, डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन- के साथ बैठकें भी की हैं.
हालांकि इस बार उन्हें पहली बार आधिकारिक राजयकीय यात्रा के लिए इनवाइट किया गया है. आमतौर पर अमेरिका यह सम्मान अपने करीबी मित्र देशों को ही देता है.