बिलासपुर. पुलिस ने पिछले दिनों हुई महज 20 हजार रुपए और दो सोने के हार की चोरी के रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा किया है. इस वारदात को अंजाम देने वाले चोरों तक जब पुलिस पहुंची तो उनकी भी आंखे फटी की फटी रह गई, क्योंकि चोरों के पास से करीब 45 लाख रूपए के कैश और गहने मिले. मामला यही खत्म नहीं हुआ. चोरों ने एक फिल्मी कहानी के तहत पुलिस को पूरा गुमराह किया, लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं हो पाए. पुलिस ने आरोपियों के पास से 41 लाख 20000 रुपए कैश और अन्य ज्वेलरी बरामद की है.
हुआ दरअसल कुछ यूं कि सिविल लाइन क्षेत्र के अभिषेक नगर फेस 1 में रहने वाली सरोजनी साहू पति तुलसीराम (30) गृहिणी हैं, उन्होंने थाने में शिकायत दायर करते हुए बताया था कि, रविवार की सुबह वे अपने परिवार के साथ वाटरपार्क गई हुई थीं. कुछ ही देर बाद उनके पड़ोसी ने फोन पर सूचना दी कि उनके घर में चोरी हो गई है. वे तुरंत परिवार के साथ वापस घर लौटीं. वापस आने पर घर का ताला टूटा मिला और घर का सारा सामान बिखरा हुआ था. पीड़िता के मुताबिक घर से नगदी रकम 20 हजार रुपए व सोने के कुछ जेवर गायब थे. जिसकी रिपोर्ट उसने दर्ज कराई.
इस चोरी की पड़ताल बिलासपुर पुलिस ने शुरू की तो उसमें 3 संदिग्ध सीसीटीवी फुटेज में मिले. जिनके पास से 45 लाख रुपए के गहने और कैश मिले. इसके बाद पुलिस ने प्रार्थी को बुलाया. प्रार्थी ने पुलिस को ऑफर दिया कि आरोपी के पास से जो गहने मिले है वो शो न किया जाए और इसके एवज में पुलिस चाहे तो आधे गहने और कैश रख ले. पुलिस ने प्रार्थी को और टटोला और पूछा कि कुल कैश और गहने कितनों के थे. इसके बाद फिल्मी स्टाइल की कहानी शुरू होती है. प्रार्थी ने बताया कि चोरी करीब 65 से 70 लाख रुपयों के कैश और ज्वेलरी की हुई थी. ये सुनकर पुलिस का माथा और चकरा गया. क्योंकि आरोपियों के पास से बड़ी आसानी से केवल 45 लाख रुपए के कैश और गहने मिले थे. इसके बाद पुलिस ने फिर आरोपियों से इस मामले में सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि उक्त चोर तो मात्र डमी थे और इस खेल के मास्टर माइड दो और लोग है. जिन्होंने ये प्लान बनाया कि घर से माल साफ करेंगे और संभवतः पैसा दो नंबर का है, इसलिए यदि वे पकड़ाते भी है तो उन्हें 45 लाख रुपए पुलिस को जब्त करने देने है और बाकी के 20-25 लाख रुपए की जानकारी तो वैसे भी प्रार्थी पुलिस को देगी नहीं. वहीं इस मामले में अब आयकर विभाग और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रहे है कि ये पैसे असल में किसका है.